एक्शन उदयपुर का मोबाइल एप आज होगा लांच
उदयपुर। नैसर्गिक सौंदर्य के लिए विश्व स्तरीय शहर के रुप में पहचान बना चुका उदयपुर अब राज्य सरकार की मंशाओं के अनुरूप शनै-शनै ‘स्मार्ट सिटी’ बनता जा रहा है, इसका प्रत्यक्ष उदाहरण है शहर को साफ-सुथरा और सुंदर बनाने के लिए चलाए गए ‘एक्शन उदयपुर’ कार्यक्रम की मोबाईल एप्लीकेशन (एप) जिसमें आम लोग स्मार्ट फोन के जरिये शहर को साफ और सुंदर बनाने में अपना योगदान दे सकेंगे। यह विशेष एप बुधवार को लांच होगा।
कार्यक्रम के जिला समन्वयक एवं मुख्य आयोजना अधिकारी सुधीर दवे ने बताया कि जिला कलक्टर रोहित गुप्ता की पहल पर बनाए गए ‘एक्शन उदयपुर एप’ का प्रमोचन कार्यक्रम शहर के अंबामाता स्थित मदनमोहन मालवीय राजकीय आयुर्वेद महाविद्यालय सभागार में बुधवार अपराह्न 3 बजे आयोजित किया जाएगा। उन्होंने बताया कि कार्यक्रम में एक्शन उदयपुर अभियान के तहत जनसहभागिता से अब तक शहर के 120 सार्वजनिक स्थलों के सौंदर्यीकरण के लिए किए गए विशेष प्रयासों के बारे में जानकारी दी जाएगी वहीं यह भी बताया जाएगा कि किस प्रकार से मोबाईल एप के जरिये शिकायतों को दर्ज किया जा सकता है और सार्वजनिक स्थलों के सौंदर्यीकरण के लिए सहयोग दिया जा सकता है।
स्मार्ट फोन पर डाउनलोड होगा एप : उदयपुर को स्मार्ट सिटी का दर्जा दिलाने के लिए जनसहभागिता आमंत्रित करने वाला यह एप स्मार्टफोन के उपयोगकर्ताओं द्वारा एक क्लिक पर डाउनलोड किया जा सकता है। इसके लिए स्मार्टफोन धारक कोई भी व्यक्ति प्ले स्टोर पर जाकर एक्शन उदयपुर टाईप कर इस एप को सर्च कर सकता है और पूर्णतया निशुल्क इस एप को डाउनलोड किया जा सकता है। एक बार डाउनलोड हो जाने के बाद मोबाइलधारक आसानी से इसका उपयोग करते हुए जन शिकायतों को दर्ज कर सकता है।
बस एक क्लिक दूर होंगी शिकायतें : एक्शन उदयपुर कार्यक्रम के तहत शहर को सुंदर और स्वच्छ बनाने में बाधक किसी भी शिकायत को इस एप के जरिये एक क्लिक से जिला प्रशासन तक पहुंचाया जा सकेगा। इसके तहत दर्ज की जा सकने वाली शिकायतों में सड़कों का टूटना, सफाई नहीं होने, स्ट्रीट लाईट का बंद होना, नलों में पानी नहीं आना, सड़क किनारे पेड़ों की छंटाई नहीं होना, सड़कों पर पानी फैलना तथा सार्वजनिक स्थलों के क्षतिग्रस्त होने जैसी शिकायतों को दर्ज किया जा सकेगा। इस एप को इस तरह तैयार किया गया है कि शिकायत दर्ज होते ही शिकायतकर्ता को एसएमएस प्राप्त होगा वहीं शिकायत के समाधान पर भी संबंधित के पास जानकारी अपने-आप पहुंचेगी।