हर वर्ग के लोगों ने की पुस्तकों की खरीदारी
उदयपुर। जनार्दनराय नागर राजस्थान विद्यापीठ विश्वविद्यालय एवं राष्ट्रीय पुस्तक न्यास के साझे में नौ दिनी उदयपुर पुस्तक मेले के दूसरे दिन रविवार को शहरवासियों का हुजूम उमड़ पड़ा। सुबह 11 बजे से ही मेले में हर आयुवर्ग के पुस्तकों के कद्रदान पहुंचे ओर अवलोकन के साथ मनपसंद पुस्तकों की खरीदारी भी की।
उदयपुर शहर में पहली बार आयोजित इस मेले में देश-विदेश की पुस्तकों का अनूठा संगम देखकर पुस्तक प्रेमी गद्गद् हो गए। कई बच्चे अभिभावकों के साथ आए तो कुछ लोग सपरिवार आए। शहर के साथ ही आसपास के कस्बों-गांवों से भी बड़ी संख्या में लोग पुस्तक मेले का अवलोकन करने पहुंचे। मेले में 80 से ज्यादा स्टॉल पर 2 हजार से अधिक विषयों की 20 हजार से ज्यादा पुस्तकें उपलब्ध है। सभी भाषाओं की प्रमुख पुस्तकों के साथ ही यहां पर कई दुर्लभ पुस्तकें भी बिक्री के लिए रखी गईं हैं। खास बात यह है कि हर आयु वर्ग और विषयानुसार पुस्तकों के अलग-अलग काउंटर लगाए गए हैं। मेला 11 अक्टूबर तक चलेगा। समय प्रतिदिन सुबह 11 से शाम 8 बजे तक है।
इन्होंने किया अवलोकन : मेले का रविवार को कुलपति प्रो. एस.एस. सारंगदेवोत, रजिस्ट्रार प्रो. सी.पी. अग्रवाल ने पुस्तक मेले का अवलोकन किया तथा मेले की व्यवस्थाओं की जानकारी ली व मेलार्थियों से विभिन्न विषयों पर चर्चा की। इस अवसर पर सहायक रजिस्ट्रार डॉ. हेमशंकर दाधीच, आशीष नन्दवाना, डॉ. घनश्याम सिंह भीण्डर, कृष्णकांत नाहर, जितेन्द्र सिंह चौहान सहित अनेक कार्यकर्ता ने मेले में उपस्थित थे।
कल से बहेगी ज्ञान की गंगा : कंचन वांचू शर्मा ने बताया कि पुस्तक मेले में ज्ञानार्जन के साथ ही बच्चों व हर वर्ग के लिए विभिन्न सांस्कृतिक स्पर्धाओं और सेमिनारों का आयोजन किया जाएगा। कार्यक्रमों की शृंखला मंगलवार शाम 6 बजे से शुरू होगी। शाम 6 बजे कथालोक कार्यक्रम होगा जिसमें बच्चों को कहानी लेखन की विधा के बारे में बताते हुए कहानियां लिखना सिखाया जाएगा। इसके अलावा बच्चों की विभिन्न स्पर्धाएं भी आयोजित की जाएंगी। 7 अक्टूबर को आओ विज्ञान पर आधारित एक कहानी लिखें विषय पर बच्चों को कहानी लिखना सिखाया जाएगा।
यहां है बच्चों के ज्ञान का संसार : विद्या बुक स्टॉल, दिल्ली के सतीश शर्मा के बुक स्टॉल पर बच्चों से संबंधित पुस्तकों का संसार सजा है। यहां हिन्दी, अंग्रेजी व अन्य भाषाओं में बच्चों की सभी प्रमुख पुस्तकों के रैक सजे हैं। देश के प्रमुख प्रकाशकों सीबीटी, एनबीटी, ड्रीमलैण्ड की शिक्षा मनोविज्ञान पर आधारित विशेष रूप से तैयार की गई पुस्तकें भी यहां उपलब्ध हैं। जीनियस हाइव पब्लिकेशन के मनीष ने बताया कि उनके स्टॉल पर विभिन्न विषयों की सीडी-डीवीडी व सभी प्रमुख परीक्षाओं, प्रतियोगी परीक्षाओं के संपूर्ण कोर्सेज उपलब्ध हैैं। इनमें क्लासरूम टीचिंग के साथ ही विषय के विशेषज्ञों की ओर से विशेष ट्यूटोरियल को भी शामिल किया गया है। सबसे प्रमुख बात है कि अंग्रेजी के साथ ही हिन्दी में भी सभी विषयों के ट्यूटोरियल उपलब्ध हैं। उन्होंने बताया कि करीब 11 से 15 घंटों के शिक्षण पैकेज के माध्यम से कोई भी बच्चा घर बैठे ही अपने मनपसंद विषय का महारथी बन सकता है। इसके लिए कहीं ट्यूशन की जरूरत नहीं है।