विजयादशमी पर निकला पथ संचलन
उदयपुर। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ द्वारा स्थापना के 91 वें दिवस एवं विजयादशमी पर पथ संचलन निकाला गया। दैवीय शक्ति की उपासना एवं बुराई पर अच्छाई की विजय का प्रतीक विजयादशमी पर आयोजित संचलन गुरूवार को सुबह ठीक 10 बजे टाउनहॉल प्रांगण से आरम्भ हुआ।
उद्बोधन : संचलन से पूर्व वनवासी कल्याण परिषद् के राष्ट्रीय संगठन मंत्री सौमेया जुलू ने अपने उद्बोधन में कहा कि धर्म – अधर्म के संघर्ष में अंतिम विजय धर्म की होगी। विजयादशमी उत्सव अधर्म पर धर्म की विजय, असत्य पर सत्य की विजय का उत्सव है। प्रारम्भ में अधर्म काफी शक्तिशाली दिखता है लेकिन अंतिम विजय धर्म की ही होती है।
मार्ग : संचलन नगर निगम प्रांगण से सूरजपोल चौराहा, उदियापोल चौराहा, सिंधी धर्मशाला, सूरजपोल पुलिस चौकी, अस्थल मंदिर, मुखर्जी चौक, तेलियों की माताजी, घण्टाघर, आयुर्वेद चिकित्सालय, हाथीपोल, सुथारवाड़ा, धोली बावड़ी, दिल्ली दरवाजा से गुजरता हुआ पुनः नगर निगम प्रांगण में पहुंचा। सभी स्थानों पर संचलन के पहुंचने का स्थान पूर्व निर्धारित था। निर्धारित चौराहों पर नियत समय पर संचलन पहुंचा यह संचलन की विशेषता है। संचलन मार्ग की सुरक्षा व्यवस्था प्रशासन के साथ-साथ संघ के कार्यकर्ताओं ने कुशलता से संभाली। इस बार के संचलन में 7 घोष दल के स्वयंसेवकों ने घोष वादन किया। संचलन समाप्ति पर घोष के श्रृंग वादन का प्रदर्शन किया गया। उदयपुर शहर के संचलन में कुल 1553 स्वयंसेवकों ने भाग लिया। इस बार पथ संचलन चतुर्व्यह (चार पंक्तियों में) में चलने के कारण मार्ग में आंशिक परिवर्तन किया गया था। संचलन को पूरे मार्ग में समाज बंधुओं ने बड़े उत्साह से देखा।
स्वागत – शहर के प्रमुख चौराहों पर समाजजनों ने गर्मजोशी से स्वागत किया। सेवाभारती, श्रीमाली समाज, ओड़ समाज, नारायण सेवा संस्थान, राष्ट्र सेविका समिति, भारत विकास परिषद्, भारतीय मजदूर संघ, भारतीय जनता पार्टी युवामोर्चा, महिला मोर्चा, बार ऐसोसिएशन, हिन्दू जागरण मंच, राजस्थान राज्य कर्मचारी महासंघ, राष्ट्रीय मुस्लिम मंच, मुस्लिम समाज एवं अन्य व्यापारिक प्रतिष्ठान के कार्यकर्ताओं ने संचलन मार्ग में परम पवित्र भगवाध्वज पर पुष्पवर्षा करके संचलन का स्वागत किया।