6 माह का प्रवासकाल पूर्ण
उदयपुर। रणथम्भौर से उदयपुर सज्जनगढ़ बॉयोलॉजिकल पार्क में आए टाइगर टी-24 को यहां की प्राकृतिक आबो हवा रास आने लगी है। यहां छह माह के प्रवासकाल में पूर्ण स्वस्थ एवं तनावमुक्त रखने के वन विभाग एवं विशेषज्ञों के सार्थक प्रयासों से टी-24 सामान्य खुराक ले रहा है।
मुख्य वन संरक्षक (वन्यजीव) राहुल भटनागर ने बताया कि वन विभाग ने विशेषज्ञों की एक टीम का गठन कर प्रबन्धन के सभी पहलुओं पर गौर करते हुए बाघ के एनक्लोजर में छाया, पेयजल, स्नान सुविधा, चिकित्सा सुविधा, प्राणी को बिना किसी स्ट्रेस में डाले सीसीटीवी कैमरों से निरन्तर मॉनीटरिंग जैसे पहलुओं पर बनी योजना पूर्णतः सफल रही। प्राणी “हिट इन्जुरी“ से बचा रहे इसलिये पीले एवं हरे रंगों के “विजुयल बेरियर्स“ का उपयोग किया गया। उन्होंने बताया कि पिछले छह माह प्राणी को दिये गये भोजन एवं अवशेष रूप में छोड़े गये भोजन की निरन्तर मॉनिटरिंग की गई जिससे पोषण सम्बन्धी कोई समस्या नहीं हुई। जैविक उद्यान के वन्यजीव चिकित्सा अधिकारी डॉ. हिमांशु व्यास ने प्राणी के स्वास्थ्य पर निरन्तर नजर रखी। इन सभी प्रबन्धन उपायों का नतीजा यह रहा कि प्राणी निरन्तर पूर्णतया मानसिक एवं शारिरिक रूप से स्वस्थ रहा एवं स्ट्रेस मुक्त भी रहा है।