कुलाधिपति एवं कुल अध्यक्ष को दिया ज्ञापन
उदयपुर। जनार्दनराय नागर राजस्थान विद्यापीठ विश्वविद्यालय एवं राजस्थान विद्यापीठ कुल के कार्यकर्ताओं ने कुलाधिपति एचसी पारख एवं कुल अध्यक्ष प्रो. देवेन्द्र जौहर को विद्यापीठ के पूर्व कुलाधिपति भवानीशंकर गर्ग, पूर्व कुल प्रमुख प्रफुल्ल नागर, पूर्व सचिव डॉ. लक्ष्मीनारायण नन्दवाना एवं पूर्व कुलपति डॉ. लोकेश भट्ट एवं प्रो. दिव्य प्रभा नागर के कार्यकाल में कथित अनियमितताओं, असंवैधानिक आदेश तथा वित्तीय घोटालों की जांच व उनके खिलाफ कानूनी कार्यवाही की मांग करते हुए ज्ञापन दिया गया।
ज्ञापन में कार्यकर्ताओं ने कहा है कि उनके कार्यकाल में जीएस पटेल द्वारा बड़ोदा में संचालित होम्योपैथी कॉलेज में अनुबंध से आधी फीस लेकर व्यक्तिगत लाभ पहुंचाया गया जिससे संस्था को करोड़ों का आर्थिक नुकसान हुआ। अजमेर स्थित संस्था की 300 करोड़ की सम्पत्ति केा असंवैधानिक रूप से ट्रस्ट बनाकर उच्च अधिकारियों के साथ मिलकर व्यक्तिगत लाभ लेकर परिचितों को दे दी। प्रतापनगर स्थित संस्था की जमीन पर छह करोड़ रूपये का भवन निर्माण कर तत्कालीन उच्च अधिकारियों द्वारा अपने आर्थिक हित साधते हुए अपने परिचित से 15 लाख रूपये में एमओयू किया। दूरस्थ शिक्षा में भी मुम्बई एवं जयपुर स्थित रिजनल कार्यालयों में इन संस्था को लाभ पहुंचाने के उद्देश्य से उनकी शर्तों के अनुसार एमओयू किया जिससे संस्था को करोडो रूपये का नुकसान हुआ। तत्कालीन अधिकारियों द्वारा दूरस्थ शिक्षा में करीब एक करोड़ की राशि का कागजों में हेराफेरी कर दोहरा भुगतान करने जैसे आरोप भी लगाए हैं। इसके अतिरिक्त तत्कालीन उच्च अधिकारियों द्वारा संस्था की बेशकीमती जमीनों एवं सम्पत्तियों को किराए, विक्रय में कई अनियमितताएं बरती गई जिनकी जांच आवश्य क है।