वाजपेयी के 91 वें जन्मदिवस पर प्रतिभा सम्मान समारोह
उदयपुर। जब तक हमारी भावी पीढी, हमारे छात्र -छात्राएं उच्चतम शिक्षा प्राप्त ना कर ले, तब तक उनके अभिभावक उनके विवाह की सोच पैदा नहीं करें। इन्हीं प्रतिभावान छात्रों में इंजीनियर, चिकित्सक, वैज्ञानिक, योग्य शिक्षक, योग्य सैनिक, एवं योग्य राजनेता स्थापित होंगे जो हमारे राष्ट्र को खुशहाल और प्रगतिशील बनाएंगे।
ये विचार राज्यपाल कल्याण सिंह ने पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के 91 वें जन्मदिवस पर सुन्दर सिंह भण्डारी चेरिटेबल ट्रस्ट द्वारा आयोजित, व्याख्यानमाला एवं प्रतिभा सम्मान समारोह के मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित श्रोताओं को सम्बोधित करते हुए व्यक्त किए।
उन्होने कहा कि युग बदल रहा है बदलती दुनिया के साथ हम अपने को भी बदले। उन्होनें शिक्षकों से अपील भी कि शिक्षा का ऐसा स्वरूप निकाले जिससे अध्ययन व अर्जन साथ-साथ चले। जिससे पढाई और कमाई साथ-साथ हो। तकनिकी ज्ञान विज्ञान व कम्प्युटर को अपनाये। बदलते युग के साथ युग के अनुकुल विशेषता अर्जित करें एवं अच्छे नागरिक बने। उन्होनें सुंदरसिंह भण्डारी को महामना बताते हुये कहा कि वे कुशल शिल्पी थे अपने जीवन से कई कार्यकर्ताओं का निर्माण किया। उनके साथ उन्हें कार्य करने का उ.प्र. में तब मौका मिला जब वे वहा के प्रभारी थे और वे मुख्यमंत्री। जहां प्रदेश में मात्र 11 विधायक थे उनके कार्ययोजना व संगठन शैली से दो दो बार सरकार बनी यह सब उनकी दुरदर्शिता का ही परिणाम था। उनकी प्रेरणा से उन्हें मुख्यमंत्री बनने का मौका मिला। वे सादा जीवन, उच्च विचार वाले व्यक्ति थे। दिखने में कठोर ह्रदय से मक्खन से थे।
सर्वप्रथम ट्रस्ट अध्यक्ष गुलाबचंद कटारिया ने ट्रस्ट के गठन का उद्धाटन व जब से ट्रस्ट का गठन हुआ तब से आज तक किये गये विभिन्न कार्यो का वृत प्रस्तुत किया। इस अवसर पर 12वीं विज्ञान संकाय में रा. गुरू गोविन्द सिंह उमावि के रोहित तम्बोली, राबाउमावि, मावली को सुश्री प्रिया साहु को वाणिज्य वर्ग में 12वीं कक्षा में 87 प्रतिशत अंक प्राप्त करने पर, कला संकाय में सुश्री तुलसी गिरी, राबाउमावि उदयपुर 87.80 प्रतिशत अंक प्राप्त करने, 10वीं बोर्ड में 92.83 प्रतिशत अंक प्राप्त कर राउमावि खरसाण केसागर सुथार को राज्यपाल कल्याण सिंह द्वारा उपरणा, स्मृति चिह्न व राशि चैक भेंट कर सम्मानित किया गया।