उदयपुर। नाट्यांश सोसाइटी ऑफ ड्रामेटिक एंड परफोर्मिंग आर्ट्स व हिंदुस्तान जिंक लिमिटेड के संयुक्त तत्वावधान में माणिक्य लाल वर्मा श्रमजीवी महाविद्यालय के सभागार मे आयोजित तृतीय राष्ट्रीय नाट्य महोत्सव ‘अल्फ़ाज़ – 2015’ के दूसरे दिन मुंबई की अवितोको नाट्य संस्था द्वारा एकल नाटक ‘बिम्ब प्रतिबिंब’ का मंचन किया गया।
कार्यक्रम का शुभारम्भ अरुण जैन, राजदीप राकेश, नाट्यान्श सोसाइटी के सचिव अमित श्रीमली व मो॰ रिज़वान ने माँ सरस्वती की प्रतिमा के समक्ष दीप प्रज्जवलन कर किया। नाटक बिम्ब प्रतिबिंब दो महिलाओ की सच्ची घटना पर आधारित है। साथ ही ये नाटक परिवार और समाज के समर्थन की वकालत की बात करता है जिससे किसी का भी जीवन सुखमय या दुखमय हो सकता है। समाज के सड़े गले नियम और परिवार के समर्थन ना होने की शिकार बुच्चिदाई तीन वर्ष की उम्र मे ब्याहकर पाँच वर्ष की उम्र मे विधवा होकर पूरा जीवन चाहत के रंगो के बिना जीने की अभिशप्त हो जाती है, वहीं दूसरी ओर वंदना झा शिक्षा और परिवार के समर्थन के बल पर अपने जीवन से मिटती हुई भाग्य की रेखाओ को फिर से साकार करने मे सफल हो पाती है। नाटक छद्म बुद्धिजीवियो और समाज सेविकाओ के माध्यम से इनके दोहरे आचरण पर व्यंग करता है जिसका तीखा रूप कविता प्रधान के माध्यम से निकल कर आता है।
इस नाटक की लेखिका और अदाकारा विभा रानी ने इसमे लगभग 18 किरदार को बखूबी पेश किया। इसका संगीत शुभम देसाई ने संचालित किया और राजेंद्र जोशी ने नाटक और कलाकार के मूड़ के बीच संतुलन स्थापित करते हुये बेहतरीन प्रकाश दिया। इस नाटक की एक विशेषता ये भी है की इसके निर्देशक हिन्दी की तनिक भी जानकारी ना रखने वाले तमिल भाषी श्री बॉम्बे कन्नण है, जिन्होने थिएटर की भाषा पर काम करते हुये इसका निर्देशन किया। यह नाटक शिक्षा, समाज और स्त्री मन की कई परतो को बखूबी ढूँढता है।
नाटयांश द्वारा आयोजित राष्ट्रीय नाट्य महोत्सव ‘अल्फ़ाज़-2015’ मे चित्रकला प्रतियोगिता के निर्णायक मण्डल प्रो॰ मीना बाया, श्रीमति चारु चोयल और श्रीमति किरण मुर्डिया तथा फोटोग्राफी प्रतियोगिता के निर्णायक मण्डल मे श्री राजदीप राकेश, श्री ऋषभ जैन व श्री क्लौड डीसूजा ने विजेताओ का चुनाव किया। चित्रकला प्रतियोगिता की जूनियर कैटेगरी मे शाविल भार्गव, आशना असनानी व भूमि महावर तथा सीनियर कैटेगरी मे शुभाम सनाढ्य, स्निग्धा जैन विजेता रहे। फोटोग्राफी प्रतियोगिता मे शुचेता दास, देवाशिष मुखर्जी व संतोषी वर्मा विजेता रहे। दोनों ही प्रतियोगिता के विजेता और उपविजेता को इनामस्वरूप 1000 एवं 500 रुपये की राशि भेंट की गयी। अन्य सभी प्रतिभागियो को प्रमाण पत्र प्रदान किए गए। अंत मे नटयांश के अध्यक्ष अशफाक़ नूर खान पठन ने सभी का धन्यवाद दिया।