उदयपुर। जैन श्वेताम्बर तेरापंथी सभा के ज्ञानशाला प्रकोष्ठ द्वारा आयोजित प्रतिभा सम्मान समारोह सभाध्यक्ष राजकुमार फत्तावत के मुख्य आतिथ्य में हुआ। वर्ष 2014-15 में शिशु संस्कार बोध भाग 1 से भाग 5 तक की परीक्षाओं में विशेष योग्यता प्राप्त 87 प्रतिभाओं का स्मृति चिन्ह, प्रमाण पत्र से सम्मान किया गया।
फत्तावत ने सफल अभ्यिर्थीयों को शुभकामनाएं देते हुए आने वाले वर्षो में और अधिक अंकों से सफलता प्राप्त करने का आव्हान किया। ज्ञानशाला छोटे बच्चों को संस्कारित करने का एक विशिष्ट उपक्रम है। जो देशभर में आचार्य महाश्रमण के निर्देशानुसार संचालित होता है। इस अवसर पर अखिल भारतीय स्तर पर भाग-5 में द्वितीय स्थान प्राप्त करने पर मनन सुथार का विशेष सम्मान किया गया। ज्ञानशाला निदेशक फतहलाल जैन, तेयुप अध्यक्ष दीपक सिंघवी, महिला मण्डल अध्यक्षा चन्द्रा बोहरा, ज्ञानशाला मुख्य संयोजिका श्रीमती सुनीता बैंगानी ने भी विचार व्यक्त किये। बैंगानी ने बताया कि उदयपुर के विभिन्न क्षेत्रों में 6 ज्ञानशालाओं का साप्ताहिक संचालन ज्ञानशाला की प्रशिक्षिकाओं द्वारा दिया जाता है जिनकी वर्ष में एक बार अखिल भारतीय स्तर पर शिशु संस्कार बोध परीक्षा होती है। वर्तमान में उदयपुर में 322 विद्यार्थी रजिस्टर्ड है। सम्मान समारोह का संचालन संगीता पोरवाल द्वारा किया। कार्यक्रम में प्रतिभा इन्टोदिया, चन्द्रा पोखरना, सीमा माण्डोत, सरोज सोनी, संगीता कावरिया, संगीता चपलोत, सुनीता नन्दावत आदि प्रशिक्षिकाएं उपस्थित थी।