आसन नहीं, लाइफस्टाइल में बदलाव से बचा सकते हैं बाल
उदयपुर। प्रसिद्ध हेयर स्टाइलिस्ट जावेद हबीब का मानना है कि हेयर कटिंग का व्यवसाय अब सिर्फ नाई तक सीमित नहीं रह गया है बल्कि वह हेयर के बारे में अवेयर करने का मिशन बन चुका है। हेयर योगा भी इसी तरह का कार्यक्रम है जिसके तहत कोई आसन नहीं करना है बल्कि लाइफस्टाइल में हल्के फुल्के बदलाव लाकर अपने बालों को बचाए रखना है।
वे मंगलवार को सौ फीट रोड स्थित अशोका पैलेस में आयोजित कार्यशाला को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि अब इस प्रोफेशन को सरकार ने भी माना है और इसे स्किल के रूप् में डवलप कर रही हैं। हाल ही में हमारा पश्चिम बंगाल, बिहार और उत्तरप्रदेश से एमओयू हुआ है जिसके तहत वहां 50, 12 तथा 20 हजार लोगों को इसका प्रशिक्षण दिया जाएगा। सबसे खास बात यह कि इस प्रोफेशन में सिर्फ एक कैंची और कॉम्ब की जरूरत है। बाकी शिक्षित होना तो स्वयं के लिए जरूरी ही है। उन्होंने राजस्थान में भी शीघ्र ही एमओयू की संभावना जताई। हबीब ने बताया कि एमओयू के तहत जल्द ही हम प्रत्येक डिस्ट्रीक्ट में स्कूल खोलेंगे जहां पर प्रशिक्षित ट्रेनर वहां आसपास की तहसीलों, गांवों के लोगों को प्रशिक्षित करेंगे। इसके लिए फंडिंग सरकार की ओर से होगी।
उन्होंने कहा कि पानी, दूध और ग्रेन्स में बैलेन्स बनाकर हेल्थ, हेयर और स्किन को स्वस्थ रख सकते हैं। किसी तरह के फूड सप्लीमेंट की जरूरत नहीं है। बालों को अच्छा कैसे रख सकते हैं, सिर्फ साफ रखो। प्रतिदिन शैम्पू करो। हानिकारक पदार्थों का खतरा है तो शैम्पू से पांच मिनट पहले बालों में सरसों का तेल लगाओ और फिर बिना कुछ सोचे-समझे शैम्पू कर लो। सरसों का तेल प्री कंडीशनर का काम करेगा। दिन में एक बार दूध अवश्य पीना चाहिए जो शरीर में मिनरल्स, विटामिन की कमी को दूर करेगा।
उन्होंने कहा कि मेरे इस स्तर तक पहुंचने में उदयपुर का बहुत बड़ा योगदान है। उदयपुर में होटल ट्राइडेंट खुली थी, तब मैं आया था और आज इस स्तर तक पहुंचा हूं। पसीने से बाल खराब होते हैं और डेन्ड्रफ होता है। राजस्थान की हिना इसी कारण फेमस है कि यह पसीने को सुखाने में यह बहुत कारगर है।
एक सवाल के जवाब में हबीब ने कहा कि आज इस स्तर तक पहुंचने का कारण मेरे अंदर अपने प्रोफेशन के प्रति रोमांस है। जब तक आप अपने प्रोफेशन से प्यार नहीं करेंगे, आगे नहीं बढ़ सकते। जरूरत भर कमा लेना और परिवार का पालन-पोषण कर लेना, सभी की अपनी अपनी आवश्यकताएं होती है।