सामर पर आरोप या बनाया गया टारगेट!
उदयपुर भाजपा, अनुशासित राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के स्वयंसेवकों के साथ नेताओं की मिश्रित पार्टी। उदयपुर भाजपा में इन दिनों अनुशासन बिखरता नजर आ रहा है। संभवत: व्यावसायिकता के इस दौर में नेताओं के साथ कतिपय स्वयंसेवकों पर भी व्यावसायिकता हावी हो गई है अथवा सिर्फ आरोप-प्रत्यारोप का ही दौर है, इस पर अभी प्रश्न चिन्ह लगा हुआ है।
जिला प्रमुख बनने के लिए झांसा देकर गृहमंत्री के करीबी नेता प्रमोद सामर एवं देहात जिलाध्यक्ष व गिर्वा प्रधान तखतसिंह शक्तावत द्वारा झांसा देकर करीब 23 लाख रुपए हड़प लेने का दावा करने वाले जिला परिषद सदस्य शंकरलाल मेघवाल गृहमंत्री गुलाबचंद कटारिया को ईमानदार बताते हुए इतना तक दावा कर चुके हैं कि दोनों नेताओं सहित उनका नारको टेस्ट करवा लिया जाए, सच्चाई सामने आ जाएगी।
फिलहाल प्रदेशाध्यक्ष अशोक परनामी ने दोनों पक्षों को जयपुर बुलवाया है। राजनीतिक क्षेत्रों में चर्चा इस बात की है कि अनुशासित पार्टी मानी जाने वाली भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष सचमुच क्या कोई कार्रवाई कर पाएंगे अथवा गरीब की जोरू, सबकी भाभी वाली कहावत चरितार्थ होते हुए जिला परिषद सदस्य को पार्टी से बाहर का रास्ता दिखाया जाएगा जैसा कि अमूमन होता आया है। जिस तरह बड़े अधिकारियों का कुछ नहीं होता, छोटे कर्मचारी ही शिकार बनते हैं, उसी तरह बड़े नेता को बचाते हुए छोटे कार्यकर्ता का ही शिकार किया जाएगा।
कुछ राजनीतिक पंडितों का यह भी मानना है कि प्रमोद सामर को टारगेट किया गया है ताकि उन्हें यूआईटी चेयरमैन बनने से रोका जा सकें। संभवत: फिलहाल सामर ही एकमात्र ऐसे नेता हैं जिनके पास किसी तरह का कोई पद नहीं है और बिना किसी पद के राजनीति में वे अपने करतब दिखा रहे हैं।
गृहमंत्री कटारिया इस आग की आंच से दूर रहने में ही अपनी भलाई समझते हुए शुक्रवार को सभी से दूर रहे। उदयपुर में रहने के बावजूद किसी से नहीं मिले। और तो और, शनिवार सुबह भामाशाह जयंती पर हाथीपोल स्थित प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित करने भी अकेले पहुंचे। सामर और महापौर चन्द्रसिंह कोठारी बाद में पहुंचे और पुष्पांजलि अर्पित की।
बताते हैं कि कोठारी भी भाजयुमो अध्यक्ष पद पर गजेन्द्र भंडारी के आने से कटारिया से नाराज हैं। उल्लेखनीय है कि सीपीएस स्कूल के पास बन रहे कॉम्पलेक्स पर महापौर के चलाए गए अतिक्रमण के चले कथित हथौड़े के दौरान भंडारी और कोठारी के बीच खासी गर्मागर्म बहस हुई थी।