उदयपुर। माकपा के पूर्व पार्षद एवं एडवोकेट राजेश सिंघवी ने अतिक्रमण एवं अवैध निर्माण के मामलों में वकीलों के स्थागनादेश लाने पर नगर के महापौर चन्द्र सिंह कोठारी द्वारा टिप्पणी करने पर रोष व्यक्त करते हुए उन्हें पूंजीपति का चश्मा पहनने वाला बताया है।
रविवार को बार एसोसिएशन के शपथ ग्रहण में अतिथि के रूप में महापौर चन्द्रसिंह कोठारी ने यह बात कही थी। एडवोकेट सिंघवी ने कहा कि महापौर जब पहले ट्रेड यूनियन नेता थे तो वे गरीब व मजदूर हितों की बात करते थे, लेकिन अब उन्हें स्मार्ट सिटी बनाने में गरीब एवं मेहनतकश जनता के पेट पर लात मारने में कोई गुरेज नहीं है।
सिंघवी ने कहा कि न्यायालयों द्वारा अगर किसी मामले में स्थगन आदेश दिया जाता है तो उसके पीछे कानून को लागू करने की मंशा होती है, लेकिन न्यायालयों के निर्णयों पर ऐसे सवाल उठा महापौर कोठारी न्यायालय के आदेशों की अवमानना के साथ अपने पद की गरिमा के खिलाफ व्यवहार कर रहे हैं, जो उनकी पूंजीपरस्त मंशा को स्पष्ट करता है।