उदयपुर। तनाव को दूर करने में ध्यान और योग सहायक है। उपरोक्त पंक्ति नेशनल इंस्टिट्यूट ऑफ मेंटल हेल्थ एंड न्यूरोसाइंसेज, बैंगलोर के क्लिनिकल एंड बिहेवियरल साइकोलोजी विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ महेन्द्र पी. शर्मा ने 12 फरवरी को गीतांजली सभागार में आयोजित व्याख्यान में कही। यह व्याख्यान गीतांजली मेडिकल कॉलेज की मेडिकल एज्यूकेशन यूनिट व मनोरोग विभाग के संयुक्त तत्वावधान में हुई।
व्याख्यान में डॉ शर्मा ने एमबीबीएस के 250 छात्रों को तनाव प्रबंधन व ध्यान के बारे में वार्ता करते हुए कहा कि व्यक्ति को अपनी योग्यताओं के प्रदर्शन को बढ़ाने के लिए अपने विचारों को आने देना चाहिए, इसके पश्चात् इन विचारों की समीक्षा कर उन्हें संतुलन में रखने की कोशिश करनी चाहिए। व्याख्यान का संचालन गीतांजली के मनोरोग विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ. डीएम माथुर व मेडिकल एज्यूकेशन यूनिट की डॉ मंजिंदर कौर ने किया।