विद्यापीठ में महिला सषक्तिकरण विषयक कार्यशाला प्रारंभ
महिलाओं को हिंसा न सहने की दिलवाई शपथ
उदयपुर। महिलाएं देश की आधी जनसंख्या का प्रतिनिधित्व करती है और यदि आधी जनसंख्या विकास की धारा से वंचित रहेगी तो देश का विकास संभव नहीं है, इसलिए महिलाओं को भी विकास की मुख्य धारा से जोड़ना होगा और इन्हें भी आत्मसम्मान के साथ जीने का अधिकार मिलना चाहिए।
महिलाओं पर किसी भी रूप में हिंसा बर्दाश्तव नहीं की जायेगी। ये विचार शुक्रवार को जनार्दनराय नागर राजस्थान विद्यापीठ विश्वविद्यालय के उदयपुर स्कुल ऑफ सोशल वर्क एवं केन्द्रीय श्रमिक षिक्षा बोर्ड के संयुक्त तत्वावधान में महिला सशक्तिकरण विषयक पर आयोजित कार्यशाला के उद्घाटन सत्र में डॉ. मंजू मांडोत ने अध्यक्षीय उद्बोधन में कही। उन्होंने कहा कि अब महिलाओं को उन पर होने वाले शोषण को रोकने की पहल को शुरूआत स्वहयं से करनी होगी। समन्वयक डॉ. वीणा द्विवेदी ने कहा कि महिला सशक्तीेकरण के लिए आर्थिक रूप से भी सशक्त होना आवश्यवक है। उन्होंने कहा कि हमें पुरूष प्रधान समाज की सामाजिक संरचना में परिवर्तन लान होगा। समारोह में सरस्वती महिलाओं के लिए सरकार द्वारा जारी योजनाओं की जानकारी दी। संचालन डॉ. वीणा द्विवेदी ने किया जबकि धन्यवाद डॉ. सीता गुर्जर दिया।