केन्द्रीय कारागृह में रोटरी क्लाब हेरिटेज का कार्यक्रम
उदयपुर। रोटरी क्लब हेरिटेज द्वारा गत दिनों केन्द्रीय कारागृह में आयोजित स्वास्थ्य जांच शिविर एवं खेलकूद प्रतियोगिताओं का समापन समारोह आज केन्द्रीय कारगृह में आयोजित किया गया। समारोह के मुख्य अतिथि रोटरी डिस्ट्रिक्ट 3052 के प्रान्तपाल प्रद्युम्न पाटनी थे जबकि अध्यक्षता जेल अधीक्षक प्रीता भार्गव ने की। समारोह में काव्य गोष्ठी का भी आयोजन किया गया।
क्लब अध्यक्ष राहुल भटनागर ने बताया कि समारोह में स्वास्थ्य जांच के दौरान केन्द्रीय कारागृह के 25 जरूरतमंद नेत्र रोगी कैदियों को चश्में,खेलकूद प्रतियोगिता में प्रथम एवं रनर अप रहे क्रमश: बन्दियों एवं करागृह के स्टॉफ को ट्राफी एंव सभी प्रतियोगतिायों को टी-शर्ट प्रदान किये गये। काव्य गोष्ठी का भी आयोजन किया गया, जिसमें कवि पुष्कर गुप्तेश्वर ने सरस्वती वंदना के साथ गोष्ठी की शुरूआत करते ‘हौंसला तोड़-तोड़ रखता है, वाह, क्या खूब जोड़ रखता है’, मुश्ताक चंचल ने ‘हिन्दु-मुस्लिम,सिख,इसाई,हर इक से तू जा टकराई, कौमी एकता की दिवानी, मेरी प्यारी साईकिल रानी..’, चावण्डसिंह विद्रोही ने ‘कभी हम ढाल बनते है,कभी तलवार बनते है,शराफत के लबादे भी बहुत बेकार बनते है..’,जगजीत ‘निशात ‘ ने ’मुझे दर्द देने वाले तू हमेशा मुस्कराएं,तेरी जिन्दगी के गुलशन में कभी खिज़ा न आएं.. ’ , जेल अधीक्षक प्रीता भार्गव ने ‘देखा सावन,देखी पावस, देखी वासंती,हरियाली,अपनापन पतझर से पाया सब से प्रीत लगाऊं कैसे..’, शकुन्तला सरूपरिया ने कैदियों के नाम ‘आध्यारी जिन्दगी में लौट के तू फिर से आ, बस गया तू दूर जाके बगियां तू फिर से आ..’, ‘तेरे विरह की घडिय़ां पहाड़ भाई, मेरे आंगन उदासियां गई रे..’ सहित अनेक रचनाएं प्रस्तुत की। काव्य गोष्ठी का संचालन शकुन्तला सरूपरिया ने की। इस अवसर पर प्रान्तपाल प्रद्युम्न पाटनी, प्रान्तपाल निर्वाचित रमेश चौधरी, सचिव जयेश पारीख, सहायक प्रान्तपाल अनुभव लाडिया, दीपक सुखाडिय़ा, दीपक गोयल सहित अनेक सदस्य मौजूद थे।