उदयपुर। मानस मर्मज्ञ संत मोरारी बापू की रवानगी तक मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे एयरपोर्ट पर ही रूकी रहीं। मोरारी बापू के रवाना होने के बाद ही मुख्यमंत्री ने प्रस्थायन किया। इससे पूर्व शुक्रवार को मुख्यहमंत्री ने होटल उदय विलास में कटारिया विरोधी गुट सहित अधिवक्ताओं से भेंट की।
मुख्यमंत्री वसुन्धरा राजे शुक्रवार पूर्वाह्न जैसलमेर जाने को तैयार थी, उसी वक्त मानस मर्मज्ञ संत मोरारी बापू भी वहां पहुंचे। मुख्यमंत्री ने उन्हें नमन कर आशीर्वाद लिया और श्रद्धापूर्वक उनके विमान से रवाना होने तक सम्मान में खड़ी रहीं। इसके बाद ही मुख्यमंत्री ने जैसलमेर के लिए विमान से प्रस्थान किया।
शुक्रवार सुबह अधिवक्ताओं का एक प्रतिनिधिमण्डल अध्यक्ष भरत जोशी के नेतृत्व में उदयविलास में गया। जहां पर मुख्यमंत्री वसुन्धरा राजे से मुलाकात की, जिसमें अधिवक्ताओं ने एक बार फिर से मेवाड़ में आदिवासी जनता के त्वरित न्याय दिलाने के लिए हाईकोर्ट बैंच की स्थापना करने की मांग उठाई। इस पर मुख्यमंत्री राजे ने अधिवक्ताओं से कहा कि वह इस मामले को एक बार फिर से दिखवाएंगी और जो भी मेवाड़ के लिए हो सकता है उसे करने का प्रयास करेंगी।
इससे पूर्व उन्हों ने अधिकारियों एवं जन प्रतिनिधियों से चर्चा की। कटारिया विरोधी मांगीलाल जोशी, ताराचंद जैन, चुन्नीफलाल गरासिया सहित कई नेताओं ने भेंट की। एयरपोर्ट पर उन्हेंट संभागीय आयुक्त भवानी सिंह देथा, पुलिस महानिरीक्षक आनंद श्रीवास्तव, अजमेर विद्युत वितरण निगम लि. के प्रबन्ध निदेशक हेमन्त गेरा, पुलिस अधीक्षक राजेन्द्र प्रसाद गोयल, प्रोटोकॉल ऑफिसर पुष्पेन्द्र सिंह शेखावत सहित अन्य अधिकारियों ने विदाई दी।