प्रदेश का पहला निजी हॉस्पीटल बना पीएमसीएच
उदयपुर। कॉकलियर इम्प्लांट के पांचवें चरण में पेसिफिक मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पीटल में छह बच्चों को कॉकलियर इम्प्लांट प्रत्यारोपित किए गए। सुनने और बोलने में अक्षम ये सभी छह बच्चे छह महीने में बोलने व सुनने लगेंगे।
पीएमसीएच के ईएनटी विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ. पीसी अजमेरा ने बताया कि जन्म से ही सुनने और बोलने में अक्षम इन छह बच्चों के मॉ बाप की खुशी का अब ठिकाना नहीं है क्योंकि अब बच्चों की आवाज वह सुन भी सकेगें और अपनी बातों को भी अपने बच्चों को सुना भी सकेगें। ये सभी बच्चे चार साल से बारह साल की आयु वर्ग के है। इन सभी छह बच्चों के सफल ऑपरेशन को अंजाम दिया पीएमसीएच के डॉ. पीसी अजमेरा, डॉ. राजेन्द्र गोरवाड़ा, डॉ. मनीष त्यागी एवं एनेस्थिसिया विभाग के डॉ. प्रकाश औदित्य की टीम ने।
डॉं. अजमेरा ने बताया कि 21 दिनों के अंतराल में अच्छी तरह से स्थापित होने के बाद बिशेषज्ञ चिकित्सकों द्धारा इस इम्प्लांट को स्वीच आँन किया जाएगा। इस सबके बाद आगामी 2 साल तक इन छहों मरीजो को स्पीच थैरेपी के माध्यम से उषा भारती द्वारा बोलने और सुनने मे सक्षम बनाया जाएगा साथ ही बच्चो के अभिभावकों को भी कांउसिंलिग के माध्यम से प्रशिक्षित किया जाएगा। एक साल में 30 बच्चों को काँकलियर इम्प्लांट के माध्यम से सुनने की सौगात दे चुके पेसिफिक मेडिकल काँलेज एंड हास्पीटल के ईएनटी विभाग को पीएमसीएच के चैयरमेन राहुल अग्रवाल ने हार्दिक बधाई दी।