कौशल विकास के नये केन्द्र का उद्घाटन
उदयपुर। जनार्दनराय नागर राजस्थान विद्यापीठ विष्वविद्यालय के संघटक जनशिक्षण एवं विस्तार कार्यक्रम निदेशालय की ओर से मंगलवार को कुराबड़ स्थित बेमला गांव में कौशल विकास आधारित पाठ्यक्रम का नये केन्द्र का उद्घाटन कुलपति प्रो. एसएस सारंगदेवोत ने किया।
इस अवसर पर कुराबड़ की प्रधान आसमा खान, निदेशक डॉ. मंजू मांडोत, कमलेन्द्र सिंह बेमला ने फीता का काट ग्रामीण महिलाओं को सिलाई मशीन भेंट की। मुख्य अतिथि कुलपति प्रो. सारंगदेवोत ने उपस्थित महिला एवं छात्राओं का आव्हान किया कि वे स्वथयं को देश की मुख्य धारा से जोड़े एवं सरकार द्वारा जारी नीतियों का अधिक से अधिक लाभ उठायें। उन्होंने कहा कि लड़के-लड़कियों के भेदभाव को समाप्त करने के लिए समाज को भी जागरूक होने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि मां इस दुनिया में बनी रहे, इसलिए बेटियों को सम्मान मिले। उन्होने ग्रामीण महिलाओं एवं बेटियों को घर घर शिक्षा देने हेतु कन्या भूण हत्या रोकने, दहेज न लेने, सामाजिक कुरूतियों का विरोध, बाल विवाह रोकने, पर्दा प्रथा को समाप्त करने, तथा पर्यावरण संरक्षण एवं स्वच्छ भारत एवं स्वस्थ भारत की शपथ दिलाई। अध्यक्षता करते हुए प्रो. मंजू मांडोत ने कहा कि ग्रामीण भारत की महिलाएं जब तक षिक्षित नहीं होगी, तब तक विकास की कल्पना नहीं की जा सकती तथा महिलाओं के सर्वांगीण विकास के लिए उनका शिक्षित होना जरूरी है। विशिष्टक अतिथि कुराबड प्रधान आसमा खान ने कहा कि आधुनिक भारत में महिलाओं की स्थिति में सुधार तो हुआ है लेकिन अभी भी अधिकतर महिलाएं अधिकारों के प्रति सम्पूर्ण रूप से जागरूक होने की जरूरत है। स्वागत उद्बोधन कमलेन्द्र सिंह बेमला ने किया। संचालन चितरंजन नागदा ने किया जबकि धन्यवाद हीरालाल चौबीसा ने दिया। इस अवसर पर दिनेश तिवारी, बाल कृष्ण शुक्ला, घनश्या म सिंह भीण्डर, कृष्णकांत नाहर सहित गांव के पंच, सरपंच, पुरूष-महिलाएं एवं बालिकाए उपस्थित थे।