बालिकाओं की रही अधिक उपस्थिति
उदयपुर। मां क्या होती है, एक मां की बच्चों के प्रति क्या भावनाएं होती है, मां और बच्चे के बीच भवानाओं का क्या रिश्ता होता है, यह सब नन्हें-नन्हें बच्चों ने एक कागज पर उकेर उसे साबित कर दिखाया कि मां सिर्फ मां होती है। मां जैसा कोई दूसरा नहीं होता।
हाथीपोल स्थित अरवाना मॉल की ओर से मातृ दिवस पर आयोजित मातृत्व उत्सव ड्राईंग कम्पीटीशन में 360 बच्चों ने दिल खोलकर अपनी भावनाओं को उकेरा। जब बच्चें कागज पर ड्राईंग कर रहे थे तो वहीं पर मॉल में उपस्थित माताओं के चेहरों पर दिल की खुशी झलक रही थी। मुख्य अतिथि पूर्व आरएएस अध्किारी बीआर भाटी थे जबकि निर्णायक वसंत कश्यप, नसीम अहमद, दिनेश उपाध्याय और एसआई मालवीया थे।
प्रतियेागिता में भाग लेने वाले सभी प्रतियोगियों को अरवाना की ओर से ड्राईंग शीट एवं कलर्स के पैकेट प्रदान किये गये। इस प्रतियोगिता में सबसे खास बात यह रही कि बच्चों ने पेन्टिंग के जरिये न केवल अपने माता-पिता वरन् हर उसे पशु-पक्षी के माता एंव बच्चोंउ के बीच की भावनाओं को भी उकेरा की एक जीव में भी अपने मां एवं बच्चों के बीच कितना अगाढ़ प्रेम होता है। जानवर भी अपने बच्चों का पेट भरने के लिए किये जाने वाले संघर्ष को जिस प्रकार उकेरा, वह मानवीय पेन्टिंग सभी को ह्दय तक द्रवित कर गई।
इस अवसर पर जहां बच्चे ड्राईंग कर रहे थे वहीं दूसरी ओर महिलाओं ने अपनी प्रतिभा को दिखाने के लिए संगीता गौड़, सुनीता सेन, शकीना बानो, राधिका अनेक महिलाओं सहित ने राजस्थानी गीतों पर ग्रुप, कपल एवं सोलो डांस की शानदार प्रस्तुतियां देकर सभी को आनन्दित कर दिया। इसमें से अधिकांश महिलाएं ऐसी थी जिन्होंने पहली बार स्टेज पर प्रस्तुति दी।
अरवाना के हसन पालीवाला व दीपक परिहार ने प्रतियोगिता में प्रथम स्थान प्राप्त करने वाले 14 वर्षीय बालिका दीखा कुमावत को लेपटॉप, द्वितीय दीया मेहता को टेबलेट तथा तृतीय 7 वर्ष की स्वाति संध्या को मिनी टेबलेट प्रदान किया गया। साथ ही ड्राईंग में श्रेष्ठ रहने वाले 18 बच्चों को सांत्वना पुरूस्कार स्वरूप बैग प्रदान किये गये। इसके अलावा सभी प्रतिभागियों को प्रशस्ति पत्र प्रदान किये गये।