उदयपुर। पेसिफिक विश्वविद्यालय के फैकल्टी ऑफ मैनेजमेन्ट द्वारा 4-5 जून को होने वाली 7 वीं दो दिवसीय अन्तर्राष्ट्रीय कान्फ्रेन्स का शुभारम्भ 4 जून को प्रातः 10 बजे विश्वविद्यालय सभागार में होगा। कान्फ्रेन्स के अन्तर्गत वर्तमान आर्थिक मंदी विश्वभर में गिरते हुए निर्यात, विदेशी मुद्रा में उतार-चढ़ाव, राष्ट्रों के अन्दर व राष्ट्रों की बीच बढ़ती विषमता, पर्यावरण संकट, कार्यस्थल एवं कार्यस्थल के भीतर होने वाले तनाव पर पृथक-पृथक सत्रों में चर्चा होगी।
कान्फ्रेन्स डायरेक्टर प्रो. महिमा बिड़ला ने बताया कि उद्घाटन सत्र में आयोजक पेसिफिक विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. बीपी शर्मा तथा सम्मेलन के सभी पार्टनर विश्वविद्यालयों के कुलपति-सुखाड़िया विश्वविद्यालय के प्रो. आईवी त्रिवेदी, कृषि विश्वविद्यालय के प्रो. उमाशंकर शर्मा, कोटा विश्वविद्यालय के प्रो. पीके दशोरा, कॅरियर पॉइन्ट विश्वविद्यालय, कोटा के कर्नल मिथिलेश दीक्षित, जीएलए विश्वविद्यालय, मथुरा के प्रो. दुर्गसिंह चौहान, सुखाड़िया विश्वविद्यालय के पूर्व कुलपति प्रो. बीएल भटनागर, कोटा विश्वविद्यालय के पूर्व कुलपति प्रो. एमएल कालरा सहित अनेक गणमान्य व्यक्ति व शिक्षाविद शिरकत करेंगे।
आयोजन सचिव डॉ. पल्लवी मेहता ने बताया कि उपरोक्त सभी विश्वविद्यालयों की सहभागिता से पेसिफिक विश्वविद्यालय द्वारा पंडित दीनदयाल उपाध्याय के एकात्म मानववाद के सिद्धान्त पर आधारित 51 तकनीकि धाराओं पर आयोजित होने वाली मन्थन शृंखला में यह पहली कान्फ्रेन्स है जो इन्टीग्रल डेवलेपमेन्ट फोर होलसम लाइफ विषय पर आयोजित की जा रही है। गत नवम्बर में विराट नगर नेपाल में कान्फ्रेन्स हुई उसी शृंखला में जीवन के चुनौतीपूर्ण विषयों पर 51 ट्रेक्स पर वर्षभर विभिन्न पार्टनरिंग विश्वविद्यालयों के साथ संगोष्ठियाँ आयोजित की जाएगी। सम्मेलन में इकोनोमिक इश्यूज इन डेवेलपमेन्ट, स्ट्रकचरल इश्यूज फॉर इन्टीग्रल डेवेलपमेन्ट, एथिक्स एण्ड वैल्यूज फॉर सोसयटल वेलबिइंग, एवं इकोलोजी एण्ड एनवायरनमेन्ट इश्यूज, चार थीमों पर आधारित समानान्तर 8 सत्रों में विचार मन्थन होगा एवं डेलेगेट अपने शोध-पत्र प्रस्तुत करेंगे।
सम्मेलन में शोध-पत्र प्रस्तुत करने हेतु भारत भर से लगभग 400 डेलेगेट्स ने पंजीयन कराया है। सम्मेलन में राजस्थान, गुजरात, मध्यप्रदेश के अलावा दिल्ली, नोएडा, बरेली, लखनऊ, तमिलनाडु, केरल आदि सभी स्थानों से डेलेगेट भाग लेने पधार रहे है।