उदयपुर। जैन विश्व भारती लाडनूं दूरस्थ निदेशालय के तहत उदयपुर केन्द्र पर एक माह का जीवन विज्ञान प्रेक्षा ध्यान एवं योग कक्षा प्रशिक्षण शिविर का समापन हुआ। मुख्य अतिथि महापौर चन्द्रसिंह कोठारी एवं विशिष्ट अतिथि तेरापंथी सभा के मंत्री सूर्यप्रकाश मेहता एवं तेरापंथ युवक परिषद के अध्यक्ष दीपक सिंघवी थे। अध्यक्षता तेरापंथी सभा के अध्यक्ष राजकुमार फत्तावत ने की।
आरंभ में मंगल गान कुमारी फाल्गुनी ने प्रस्तुत किया। लाडनंू से आई समणी ने छोटी लघु वार्ता से जीवन विज्ञान के द्वारा मानवीयता को समझाया। सभा अध्यक्ष राजकुमार फत्तावत ने हठ योग, प्रदीपिका के माध्यम से हठ योग एवं प्रेक्षाध्यान की साधना पद्धति एवं उसका महत्व समझाया। आयुर्वेदाचार्य निरंजन व्यास ने आयुर्वेद एक योग के माध्यम से किस प्रकार रोग की चिकित्सा होती है पर जानकारी दी।
शिविर संयोजक प्रणिता तलेसरा ने बताया कि जीवन विज्ञान प्रेक्षाध्यान एवं योग के विद्यार्थियों ने आसन प्रस्तुत किए। आसन के द्वारा नृत्य, पिरामिड, संगीत के साथ योग नृत्य, साथ में षटक्रम जैसे जलनेति, नौली, युगल नेति की प्रस्तुति दी। सांस्कृतिक कार्यक्रमों के रूप् में कार्यक्रम में प्रस्तुतियां दी गई।
महापौर चन्द्रसिंह कोठारी ने कहा कि वर्तमान जीवन शैली में प्रतिस्पर्धा के कारणों का योग के माध्यम से उपाय किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि जल्द ही शहर के सभी 55 वार्डों में योग शिविर आरंभ कर दिये जाएंगे। जीवन विज्ञान प्रेक्षाध्यान प्रशिक्षक चन्द्रप्रकाश पोरवाल एवं संगीता पोरवाल ने अपने व्यक्तित्व जीवन में जीवन विज्ञान प्रेक्षाध्यान का जीवन में क्या महत्व है, पर विस्तार से जानकारी दी। अंत में गुजराती गरबा एवं राजस्थानी नृत्य का सभी विद्यार्थियों ने आनंद उठाया।