बारी घाट पिछोला से लगभग तीन टन मलबा हटाया
उदयपुर। झील किनारों एवं घाटों पर जमा मलबे को हटाने की श्रृंखला में झील प्रेमी श्रमदानियों ने रविवार को बारी घाट पिछोला से लगभग तीन टन मलबा हटाया। सोमवार से नगर निगम टूटे फूटे इस घाट की मरम्मत का कार्य प्रारम्भ करेगा।
इससे पूर्व श्रमदानियों ने आपस में चंदा एकत्र कर मलबा हटाने के लिए शॉवेल एवं अन्य साधनों की व्यवस्था की। हटाए गए मलबे में विभिन्न प्रकार का प्रदूषक कचरा भी था। श्रमदानियों में मानव सिंह, रमेश चन्द्र राजपूत, पल्लव दत्ता, दुर्गा शंकर, ललित पुरोहित, राम लाल गेहलोत, दीपेश, हर्षुल, बीएल पालीवाल, विक्की कुमावत, तेज शंकर पालीवाल, अनिल मेहता, नंद किशोर शर्मा ने भाग लिया।
श्रमदान के पश्चात संवाद में मानव सिंह ने युवा वर्ग से झील स्वच्छता अभियान में जुड़ने की अपील की। पालीवाल ने प्रशासन से आग्रह किया कि बरसात से पूर्व पिछोला एवं फतेहसागर के किनारों पर जमे मलबे को हटाने के कार्य में तेजी लाए।
डॉ. अनिल मेहता एवं नंद किशोर शर्मा ने झील क्षेत्र के दुकानदारों, होटल एवं रेस्टोरेंट मालिकों से निवेदन किया कि वो पॉलीथिन का इस्तेमाल पूरी तरह बंद करे। साथ ही सतत निगरानी भी करे कि प्लास्टिक पॉलीथिन का कोई कचरा झील में नहीं जाये।
झील प्रेमियों ने होटल लीला द्वारा झील टापू व् किनारों पर कचरा विसर्जित करने पर गहरा आक्रोश भी व्यक्त किया। झील प्रेमियों ने कहा कि कतिपय होटल कचरा एवं बचे -खुचे भोजन को झील में विसर्जित कर आपराधिक गलती करते है। ऐसे नासमझ होटल मालिकों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर पर्यावरण को पंहुची क्षति का आकलन कर उनसे आर्थिक दण्ड वसूलना चाहिए।