विद्यापीठ बॉम की बैठक में किए महत्वपूर्ण निर्णय
उदयपुर। जनार्दनराय नागर राजस्थान विद्यापीठ विश्वविद्यालय की बॉम की बैठक कुलपति प्रो. एस.एस. सारंगदेवोत की अध्यक्षता में प्रतापनगर स्थित सभागार में हुई। बैठक में कई महत्वपूर्ण निर्णय किए गए। प्रो. सारंगदेवोत ने कहा कि यूजीसी के नियमानुसार विश्वविद्यालय के रिक्त पदों को अतिशीघ्र भरा जाएगा व शिक्षा के क्षेत्र में आवश्यक सभी अकादमिक सदस्यों की विधिवत नियुक्ति की जायेगी।
उन्होंने कहा कि सभी विभागों के विभागाध्यक्षकों को प्रवेश परीक्षा में अहम भूमिका निभाने के निर्देश दिये। प्रवेश लेने वाले विद्यार्थियों से जुड़ी हर समस्या को जाने एवं मौके पर ही निपटारा करें। प्रवेश परीक्षा के लिए विद्यापीठ के गांवों में स्थित जनभारती केन्द्रों पर भी फार्म उपलब्ध कराये जा रहे है जिससे ग्रामीण क्षेत्रों के विद्यार्थी को भी किसी तरह की समस्या का सामना नहीं करना पड़े।
अगले सत्र से स्मार्ट कन्या महाविद्यालय : बॉम की बैठक में माणिक्यलाल वर्मा श्रमजीवी महाविद्यालय में आगामी सत्र से स्मार्ट कन्या महाविद्यालय प्रारंभ करने का निर्णय किया गया जिसमें बी.ए. बी.कॉम. व बी.एससी. पाठ्यक्रम रोजगारोन्मुखी होगे तथा सभी संकायों में स्मार्ट क्लास रूम, स्मार्ट वाचनालय, लेगवेंज लेब के माध्यम से अध्ययन कराया जायेगा। महाविद्यालय में अध्ययनरत छात्राओं को आरएएस, आईएएस, आरजेएस की कोचिंग निशुल्क करवाई जायेगी। महाविद्यालय के द्वारा गांव को गोद भी लिया जायेगा जिसकी रखरखाव राजस्थान विद्यापीठ द्वारा किया जाएगा तथा उन्नत किस्त की पैदावार किस प्रकार की जाये इसकी भी जानकारी दी जायेगी। आम जन को कन्या भू्रण हत्या, ट्रेफिक नियमों की जानकारी, बालिका शिक्षा, स्वच्छ भारत स्वस्थ भारत, घर घर में शौचालय, पर्यावरण संरक्षण के प्रति भी जागरूक किया जाएगा।
रिसर्च और शोध कार्यो पर हो फोकस : प्रो. सारंगदेवोत ने कहा कि समस्त विभागाध्यक्ष रिसर्च और शोध कार्यों पर ज्यादा से ज्यादा फोकस करें तथा क्वालिटी एज्यूकेशन को बढ़ावा देने के लिए हरसंभव प्रयास करें। उन्होंने कहा कि विद्यापीठ में आने वाले किसी भी विद्यार्थी को किसी भी प्रकार की कोई दिक्कत न हो, इसका पूरा ध्यान रखा जाए। उन्होंने कहा कि विद्यापीठ में आने वाला विद्यार्थी यहां से अच्छी शिक्षा एवं संस्कार लेकर जाये, इसका भी पूरा प्रयास किया जाना चाहिए। स्कुल ऑफ लेंगवेज की स्थापना की जायेगी जिसमें फ्रेच, जर्मन, चाइनीज, संस्कृत, बौद्धिज्म के माध्यम से स्थानीय विधार्थियों को विदेशी भाषा सीखने का मौका मिलेगा।
ये थे उपस्थित : रजिस्ट्रार प्रो. सी.पी. अग्रवाल ने बताया कि बैठक में सौराष्ट्र विवि गुजरात के कुलपति प्रो. प्रताप सिंह चौहान, कुलपति प्रो. एनएन जॉनी, कुल प्रमुख भंवरलाल गुर्जर, डॉ. अमिया गोस्वामी, डॉ. जीवनसिंह खरकवाल उपस्थित थे। धन्यवाद प्रो. सीपी अग्रवाल ने दिया।