उदयपुर। उदयपुर में पहली बार सबसे ऊँची पहाड़ी सज्जनगढ़ पर रविवार को योग शिविर का आयोजन हुआ। इसमें शहरवासी प्रकृति व झील प्रेमी ओर योगी भाई-बहनों ने बढ़चढ़ कर सैकड़ों लोगों ने भाग लिया।
शिविर प्रभारी व आयुर्वेद चिकित्सा अधिकारी डॉ. शोभालाल औदिच्य ने बताया कि लोगों को स्वास्थ्य के प्रति जागरूक करने व योग को नियमित दिनचर्या में लाने व उदयपुर में चल रहे निरन्तर योग आरोग्यम् शिविरों से जोड़ने के लिए यह शिविर आयोजित किया गया। योगाचार्य अशोक जैन, सन्जय दिक्षित, प्रेम जैन, गोपी लाल डांगी (गोपाल डांगी) ने अलग अलग योग क्रियाएं कराई। इतनी ऊंची पहाड़ी व शान्त वातावरण व प्रकृति ओर पहाड़ी की छोटी पर शुद्ध प्राण वायु के साथ सब योगी जब योगाभ्यास व ध्यान की क्रियायें कर रहे थे तो योग करने वाले अपने-अपने शरीर के भीतर एक नई अनुभूति महसूस कर रहे थे।
डॉ. औदिच्य ने कहा कि उदयपुर हमारा स्वच्छ उदयपुर बने सुंदर उदयपुर बने व स्वस्थ उदयपुर बने इस तर्ज पर अब हर रविवार को यह शिविर उदयपुर में अलग-अलग स्थानों पर आयोजित किया जाएगा। शहर वासियों को योग आरोग्यम् शिविरों से जोड़कर नियमित योगाभ्यास से अपने शरीर को स्वस्थ रखते हुए अपने उदयपुर को स्वच्छ व सुन्दर बनाने में शहर वासी अपने अपने मोहल्ले से स्वच्छता की शुरुआत करे व कही पर जायें कच्चरा न फैलाये व उदयपुर को स्वच्छ, सुन्दर बनाने में अपनी भूमिका निभाएं। इसकी जानकारी भी योग शिविरों के माध्यम से दी जाएगी। शहर के प्रत्येक वार्ड में योग शिविर शुरू कर दिये जाएंगे। जयपुर के राष्ट्रीय आयुर्वेद संस्थान के प्रोफेसर व नाड़ी विशेषज्ञ डॉ. अशित पान्जा ने वर्षा ऋतुचर्या के अनुसार खान पान की जानकारी दी व मौसम के विरुद्ध व दूध के साथ खट्टे फलों को खाने से क्या क्या हानियां होती है व इससे बचाव के बारे में बताया। शिविर में योग प्रशिक्षक व योगप्रेमी, ओमविर सिंह, कमलेश भावसार, भानु बाफना, आशा कुंवर, सपना नागौरी, सुजान सिंह, संजय महेश्वरी, मीना डांगी आदि उपस्थित थे।