हिन्दुस्तान जिंक के पहली तिमाही के परिणामों की घोषणा
उदयपुर। वेदान्ता समूह की जस्ता-सीसा एवं चांदी उत्पादक कंपनी हिन्दुस्तान जिंक ने मुम्बई में आयोजित अपनी निदेशक मण्डल की बैठक में 30 जून को समाप्त पहली तिमाही के वित्तीय परिणामों की घोषणा की।
हिन्दुस्तान जिंक के चेयरमैन अग्निवेश अग्रवाल ने बताया कि अपेक्षाओं के अनुकूल तथा श्रेष्ठ प्रदर्शन एवं सुदृढ़ स्थिति के साथ जिंक की वित्तीय वर्ष की पहली तिमाही में जस्ता कीमतों में वैश्विक बाजार में पहले की तुलना में 14 प्रतिशत की वृदि हुई है। वित्तीय वर्ष के दौरान गत वर्ष की तुलना में वैश्विक चांदी बाजार सुदृढ़ हुआ है जिससे उत्पादन में 20 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई। भूमिगत खदानों में गत महीनों से खनन विकास कार्य प्रगतिशील है तथा भूमिगत खदानों में उत्पादन का संचालन कार्य सफलतापूर्वक हो रहा है।
हिन्दुस्तान जिंक ने वित्तीय वर्ष 2017 की पहली तिमाही में 127000 टन खनित धातु उत्पादन हुआ जो कि वित्तीय वर्ष 2016 की पहली तिमाही की तुलना में 45 प्रतिशत कम रहा तथा गतवर्ष की चौथी तिमाही की तुलना में 33 प्रतिशत कम रहा। तिमाही के दौरान उत्पादन में कंपनी की रामपुरा आगूचा खदान से उत्पादन कम होने से प्रभावित रहा है। दूसरी तिमाही के दौरान खनित धातु का उत्पादन कंपनी की योजना अनुसार उत्पादन अधिक होने की संभावना है।
वित्तीय वर्ष की पहली तिमाही के दौरान रिफाईन्ड जस्ता धातु का उत्पादन गत वर्ष की समान अविध की तुलना में 46 प्रतिशत तथा चौथी तिमाही की तुलना में 33 प्रतिशत कम रहा। एकीकृत सीसा धातु उत्पादन भी गत वर्ष की तुलना में 11 प्रतिशत तथा चौथी तिमाही की तुलना में 34 प्रतिशत कम रहा।
रामपुरा आगुचा एवं सिन्देसर खुर्द खदानों के उत्कृष्ट प्रयासों एवं सतत् विकास की रूपरेखा के क्रियान्वयन के लिए उठाये गये कदमों और अनुकरणीय अनुपालान एवं सर्वोत्तम उपायों के लिए खान मंत्रालय ने देष की प्रतिष्ठित पांच सितारा रेटिंग से सम्मानित किया है। इसका मूल्यांकन वैज्ञानिक और उत्कृष्ट खनन के क्षेत्र में श्रेष्ठ प्रदर्शन के आधार पर किया जाता है। पुनर्वास एवं आवासीय आवश्य कताओं, सामाजिक प्रभावों, स्थानीय समुदायों का विकास एवं सामाजिक कल्याण कार्यक्रम तथा बंद खानों के लिए उठाये गये प्रगतिशील कदमों को अंतरराष्ट्रीय मानकों में शामिल किया जाता है। हिन्दुस्तान जिंक की दो खदानों सहित यह पांच सितारा रेटिंग देश में केवल दस सर्वश्रेष्ठ खदानों को सम्मानित किया गया है।
वित्तीय वर्ष 2017 की पहली तिमाही के दौरान कंपनी ने 2501 करोड़ रु. का राजस्व अर्जित किया जो गत वर्ष की इसी अवधि की तुलना में 30 प्रतिशत कमी दर्शाता है। राजस्व में कमी लन्दन मेटल एक्सचेंज में कीमतों में कमी के परिणास्वरूप हुई है। वित्तीय वर्ष 2017 की पहली तिमाही में कंपनी ने 1037 करोड़ रु. का शुद्ध लाभ अर्जित किया है जो गतवर्ष की पहली तिमाही की समान अवधि की तुलना में 47 प्रतिशत तथा चौथी तिमाही की तुलना में 52 प्रतिशत कमी दर्शाता है।
खदान विकास के अनुसार दूसरी तिमाही के दौरान रामपुरा आगुचा भूमिगत खदान का 4000 मीटर का लक्ष्य पूर्ण हो जाएगा। पहली तिमाही के दौरान रामपुरा आगुचा खदान के आंतरिक संरचना के कार्य में 250 किलोवाट के वेन्टीलेशन फैन्स का कार्य सम्पूर्ण हो गया है। कंपनी की रामपुरा-आगुचा भूमिगत खदान में शाफ्ट परियोजना से 900 मीटर गहराई से 950 मीटर गहराई तक पहुंचाने की योजना का कार्य सम्पूर्ण हो गया है।
सिन्देसर खुर्द खदान में मेन शाफ्ट का कार्य पूरा हो गया है तथा खदान की गहराई 1052 मीटर तक ले जाने के लिए प्रक्रिया का कार्य पहले ही प्रारंभ कर दिया गया है तथा दूसरी तिमाही के दौरान निश्चित समय पर पूरा कर लिया जाएगा। खदान विकास एवं विस्तार कार्य के तहत ऊर्जा विकास परियोजना का कार्य प्रगति पर है। सिन्देसर खुर्द खदान के पास 1.5 मिलियन टन मिल बनाने का कार्य प्रगति पर है तथा इस वर्ष पूर्ण हो जाएगा। जावर मिल का डी-बोटलनेकिंग के साथ ऊर्जा उत्पादन एवं इन्फ्रास्ट्रक्चर परियोजना का कार्य प्रगति पर है तथा कायड़ खदान का विस्तार कार्य से, 1 मिलियन टन उत्पादन क्षमता के लक्ष्य को वित्तीय वर्ष के अंत तक पूरा कर लिया जाएगा।