उदयपुर। रविवार को गोवर्धन सागर पन्नाधाय दीर्घा पर नगर निगम आयुर्वेद विभाग पतंजलि योग समिति व स्वयंसेवी संगठनों के साझे में विशाल योग शिविर का आयोजन किया गया शिविर का शुभारंभ मातृशक्ति बलिदानी पन्नाधाय को नमन कर शिविर का शुभारंभ हुआ।
पानी व प्रकृति के पास योग प्राणायाम व आसन करने से कहीं गुना ज्यादा लाभ मिलता है। इसलिए योग को स्वच्छ व साफ सुथरा व खुले स्थान पर करे या हो सके जब तक पानी व प्रकृति के पास करे यह बात उदयपुर में चल रहे निरन्तर योग आरोग्यम् शिविरों से जन जन को जोड़ने व योग से जन जन को जागरूक करने के लिए चल रहे योग शिविरमें रविवार को पन्नाधाय दीर्घा पर डॉ शोभालाल औदिच्य ने कही। डॉ ने कहा कि बारीश के मौसम में होने वाली बीमारिया पिलिया आन्ञसोथ दस्त बुखार जुकाम यह सभी रोग जल जनित रोगों में आते। अतः इस मौसम में पानि उबाल कर पिये।व खाना सम्यक व हल्का करे। इस मौसम में सहद का प्रयोग खाने में किसी भी रूप में करे या खाने की वस्तुओं में मिला कर ले व नित्य शरीर पर तेल की मालिश करें इसको करने से शरीर में होने वाले दर्द से निजात मिलता है व रोग प्रतिरोधक क्षमता बड़ती है रात को सोते समय दूध में हल्दी डालकर पिये नियमित।
शिविर में योग प्रशिक्षक अशोक जैन सन्जय दिक्षित प्रेम जैन गोपी लाल डांगी ने अपने शरीर को स्वस्थ रखने व अपने शरीर पर बड़े हुए एक्सट्रा वेट व एक्सट्रा फेट को कम करने के लिए अलग अलग आसन व प्राणायाम का अभ्यास कराया। साथ ही उदयपुर में निरन्तर योग शिविरों में निस्वार्थ भाव से सेवा दे रहे चिकित्सा अधिकारी डॉ. शोभालाल औदिच्य योग प्रशिक्षक अशोक जैन, गोपी लाल डांगी का सभी योगी भाई बहनों ने स्मृति चिह्न प्रदान कर सम्मानित किया।
सुबह सुबह हल्की हल्की बूंदाबांदी ओर इधर पानी के बीच बने नौकायान में जब लोगों ने योग करना प्रारंभ किया तो ऐसा लग रहा था कि कहीं समुद्र के बीच में जहाज पर योगाभ्यास कर रहे हो सुबह सुबह इस सुनहरे मौसम के बिच लोगों ने बड़ी उत्साह से योगाभ्यास किया व अपने आप को एक शान्त स्थिति में महसूस कर रहे थे।