विचारक रवि अय्यर ने कहा
उदयपुर। भारत और भारत की प्रतिभाएं पूरी दुनिया में अपनी प्रतिभा का डंका बजा रही है। हमारे देश में प्रतिभाओं की कमी नहीं है लेकिन उनको तराशने और उनको उचित सम्मान दिलाने की आवश्यकता है।
यह बात विचारक एवं विश्व विभाग के समन्वयक रवि अय्यर ने कही। वे शुक्रवार को यहां मोहनलाल सुखाडिया विश्वविद्यालय तथा इनिश्येटिव फॉर मोरल एंड कल्चरल ट्रेनिंग फाउन्डेशन के संयुक्त तत्वावधान में विश्व की दृष्टि में भारत विषय पर मुख्य वक्ता के तौर पर बोल रहे थे।
उन्हों ने कहा कि भारत सदियों से हर क्षेत्र में अग्रणी रहा है। ज्ञान विज्ञान नए आविष्कािरों तथा गणितीय समस्याओं को हल करने में आगे रहा है लेकिन विदेशी ताकतों ने यहां के आविष्काेरों तथा उपलब्ध्यिों को अपना बता कर दुनिया में प्रचारित कर दिया। इस कारण जो सम्माान तथ ख्याउति हमे मिलनी चाहिए थी वह नहीं मिल पाई। उन्हों ने कहा कि दुनिया के हर कोने में भारतीय प्रतिभाएं है। नेतृत्वा भी कर रही है तथा अपनी प्रतिभाओं का लोहा भी मनवा रही है।
रवि अय्यर ने कहा कि विश्वत की प्रमुख इलेक्ट्रो निक उत्पा द बनाने वाली कम्पपनियां ऐसे कई उपकरण हमारे देश से आयात करती है जिनका कहीं कोई नाम नहीं है, क्योंनकि वे चमक दमक और नाम की कतार में नही लग पाए। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि भारतीय प्रतिभाओं को पूरा सम्मारन और नाम मिले इसके लिए हम सब को मिल कर चिन्तन करना चाहिए।
कार्यक्रम की अध्यक्षता महाराणा प्रताप कृषि विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. उमाशंकर शर्मा ने की। शुरू में प्रो. अनिल कोठारी ने मुख्य वक्ताक का परिचय दिया। प्रो. सीमा मलिक तथा डॉ. आशीष सिसोदिया ने स्वाागत किया। धन्योवाद डॉ. कुंजन आचार्य ने दिया।