तेरापंथ महिला मंडल का आयोजन गीतों का गुलदस्ता
उदयपुर। जय जय ज्योतिचरण, जय जय महाश्रमण जैसे गीतों से अणुव्रत चौक स्थित तेरापंथ भवन का हॉल गुंजायमान हुआ। स्पर्धा में किशोर, युवाओं सहित प्रौढ़ एवं वृद्ध महिला-पुरुषों ने भी हिस्सा लिया।
मौका था साध्वी कीर्तिलता की निश्रा में साध्वी पूनमप्रभा की प्रेरणा से तेरापंथ महिला मंडल की ओर से आयोजित गीतों का गुलदस्ता स्पर्धा का जिसमें तेरापंथी सभा सहित महिला मंडल, युवक परिषद, कन्या मंडल एवं किशोर मंडल के पदाधिकारियों, सदस्यों ने हिस्सा लेकर शाम को यादगार बनाया। साध्वी शांतिलता एवं साध्वी श्रेष्ठप्रभा ने भी स्पर्धा के आयोजन में प्रेरक भूमिका अदा की।
स्पर्धा की संयोजक सोनल सिंघवी एवं मंजू फत्तावत ने बताया कि साध्वी पूनमप्रभा के मंगलाचरण के बाद 11 विभिन्न ग्रुपों ने अपनी अपनी प्रस्तुतियां दी। इनमें आचार्य भिक्षु ग्रुप की वंदना आनंद कुल की, भारमल ग्रुप की लक्ष्य है उंचा हमारा, रायचंद ग्रुप की नैतिकता की सुर-सरिता में, जयाचार्य ग्रुप की आओ आओ भिक्षु स्वामी, मघवागणी ग्रुप की जय जय ज्योति चरण, जय जय महाश्रमण, माणकलाल ग्रुप की कल्पतरू रा बीज, डालगणी ग्रुप की भाई म्हारा, कालूगणी ग्रुप की पंखीड़ा, तुलसी ग्रुप की आओ आओ करें बाबा भिक्षु की आराधना, महाप्रज्ञ ग्रुप की आओ स्वामीजी दो दर्शन और अंतिम महाश्रमण ग्रुप की नशा-व्यसनमुक्त जीवन जीने की प्रेरक प्रस्तुति शामिल थीं।
संचालन करते हुए मंजू फत्तावत ने बताया कि स्पर्धा में मघवागणी ग्रुप प्रथम, भिक्षु ग्रुप द्वितीय एवं माणकगणी एवं तुलसी ग्रुप संयुक्त रूप से तृतीय स्थान पर रहे। सभी प्रतिभागी ग्रुपों के सदस्यों को सांत्वना पुरस्कार प्रदान किए गए।
साध्वी कीर्तिलता ने प्रेरक उद्बोधन में कहा कि उदयपुर में बौद्धिक प्रतिभाएं बहुत हैं। अब तक जो भी कार्यक्रम दिए हैं, उन्हें बखूबी निभाया और समाज में उत्साह देखने को मिला। साध्वी श्रेष्ठप्रभा ने जीवन बहता पानी, नहीं पल भर रूक सकता.. गीत सुनाकर भाव विभोर कर दिया। निर्णायक के रूप में रानी मेहता, रेणु बांठिया एवं विजयलक्ष्मी गलुण्डिया ने अपनी भूमिका निभाई। स्वागत उद्बोधन महिला मंडल अध्यक्ष चन्दा बोहरा ने दिया। आभार की रस्म मंत्री लक्ष्मी कोठारी ने अदा की।