रोटरी इण्डिया लिट्रेसी मिशन
उदयपुर। रोटरी डिस्ट्रिक्ट 3052 के प्रान्तपाल रमेश चौधरी ने कहा कि रोटरी अन्तर्राष्ट्रीय द्वारा भारत में अब तक पोलियों उन्मूलन में मिली सफलता के पश्चात रोटरी ने विराम लेने के बजाय दक्षिणी-पूर्वी एशिया में वर्ष 2018-19 तक निरक्षरता को समाप्त करने का बीड़ा उठाया।
निरक्षरता दूर करने के लिए रोटरी अन्तर्राष्ट्रीय ने भारत में अनेक स्वयंसेवी संगठनों को साथ लेते हुए सरकार द्वारा इस सन्दर्भ में चलायी जा रही योजनाओं के साथ जुड़ने का निर्णय किया है। सरकार ने भी जनहित कार्यों में रोटरी की विश्वसनीयता को ध्यान में रखते हुए रोटरी को अपने साथ लिया है।
वे अन्तर्राष्ट्रीय साक्षरता दिवस पर आलोक स्कूल फतहपुरा में आयोजित प्रेस वार्ता को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि विश्व के कुछ देशों पाकिस्तान, अफगानिस्तान एवं नाईजीरिया में पोलियो के शेष बचे मामलों के निस्तारण के बाद इस वर्ष इन देशों में पोलियों के शून्य पर आने की संभावना है। विश्व से पोलियों उन्मूलन के बाद रोटरी अन्तर्राष्ट्रीय ने रोटरी फाउण्डेशन के सहयोग से दक्षिण-पूर्वी एशिया को पूर्णतः साक्षर बनाने का लक्ष्य निर्धारित किया है। रोटरी केन्द्र सरकार द्वारा देश में साक्षरता के सन्दर्भ में चलायी जा रही योजनाओं में अपनी योजनाओं को शामिल करते हुए देश के 75 प्रतिशत साक्षर, राजस्थान के 66 एवं उदयपुर संभाग के 65 एवं इस क्षेत्र की महिलाओं की साक्षरता के 56 प्रतिशत को पूर्णतःसाक्षर में बदलने की बीड़ा उठाया है। यह कार्य बहुत चुनौतीपूर्ण है लेकिन रोटरी ने इस चुनौती को रोटरी इण्डिया लिट्रेसी मिशन के रूप में लिया है और वह पूर्ण विश्वास के साथ अपने क्लब सदस्यों, अन्य स्वयंसेवी सगठनों, केन्द्र एवं राज्य सरकार के साथ मिलकर इस चुनौती को भी पार कर लेगी।
रोटरी डिस्ट्रिक्ट सचिव बीएल मेहता ने बताया कि रोटरी अन्तर्राष्ट्रीय ने रोटरी इण्डिया लिट्रेसी मिशन का मुख्यालय कलकत्ता में स्थापित किया है जहां से पूरे देश में टीच यानि टीचर सपोर्ट, ई-लिटेªसी, एडल्ट एज्यूकेशन, चाईल्ड केयर, एवं हैप्पी स्कूल प्रोजेक्ट के तहत देश के सभी सरकारी स्कूलों को निजी स्कूलों की भांति हैप्पी सकूल में परिवर्तित करना है।
रोटरी डिस्ट्रिक्ट सचिव पब्लिक रिलेशन नक्षत्र तलेसरा रोटरी ने गत वर्ष ऐसे 1 लाख से अधिक बच्चों को स्कूलों में भेजा जिन्होंने या तो कभी स्कूल का मुंह तक नहीं देखा या कभी गये लेकिन अब वर्षो से नहीं जा रहे थे। इस दौरान रोटरी ने टीच कार्यक्रम के साथ विन्स प्रोजेक्ट को साथ जोड़ते हुए देश के 10 हजार से अधिक स्कूलों में सेनीटेशन एवं शौचालयों की सुविधा उपलब्ध करायी। गुजरात, केरल व दिल्ली की राज्य सरकारों ने रोटरी को सहयोग करते हुए सभी सरकारी स्कूलों में ई-लिट्रेसी की सुविधा उपलब्ध करा दी। इस कार्य को पूर्ण करने के लिए राजस्थान सरकार भी गम्भीरता के साथ विचार कर रही है। रोटरी के इस कार्य में सीएसआर प्रोजेक्ट के तहत अनेक कम्पनियां भी सहयोग कर रही है ताकि देश पूर्णतः साक्षर बन सकें।
रोटरी क्लब उदयपुर के अध्यक्ष मानिक नाहर ने बताया कि रोटरी डिस्ट्रिक्ट 3052 ने रोटरी अन्तर्राष्ट्रीय के सहयोग से राज्य के कई सरकारी स्कूलों में कम्प्यूटर की सुविधा उपलब्ध करायी है। इसके लिए रोटरी इस वर्ष डिस्ट्रिक्ट के 5000 शिक्षकों को कम्प्यूटर की ट्रेनिंग भी दिलायेगी। रोटरी ने गत वर्ष से ही 8 सितम्बर को विश्व साक्षरता दिवस के अवसर पर शिक्षकों को नेशन बिल्डर अवार्ड से सम्मानित करने का निर्णय लिया है। इस कार्य में अनेक रोटरी क्लब आज शिक्षकों को सम्मानित कर रहे है। उन्होंने बताया कि साक्षरता को आन्दोलन का रूप बनाने के लिए रोटरी क्लब उदयपुर द्वारा 25 सितम्बर को रोटरी बजाज भवन में रोटरी प्रान्त स्तरीय साक्षरता पर एक दिवसीय सेमिनार का आयोजन किया जएगा।
रोटरी डिस्ट्रिक्ट की न्यू जनरेशन कमेटी के चेयरमेन डॉ. प्रदीप कुमावत ने बताया कि रोटरी डिस्ट्रिक्ट 3052 वर्ष 2016-17 के दौरान डिस्ट्रिक्ट के 68 क्लबों के माध्यम से 500 सरकारी स्कूलों में कम्प्यूटर ट्रेनिंग एवं अन्य शिक्षा पद्धति के उन्नयन के लिए कम्प्यूटर की सुविधा उपलब्ध करायी जाएगी। सभी क्लब अपने -अपने क्षेत्र में कम से कम 22 प्रौढ़ साक्षरता केन्द्र खोलकर वहां के निरक्षरों को साक्षर करेंगे। पूर्व प्रान्तपाल निर्मल सिंघवी ने बताया कि प्रथम स्तर पर 500 सरकारी स्कूलों को हैप्पी स्कूल में परिवर्तित करेंगे। 200 सरकारी स्कूलों में विन्स प्रोजेक्ट के तहत मुख्यतः बालिकाओं के लिए सेनिटेशन एवं शौचालयों की सुविधा उपलब्ध करायी जाएगी। इस अवसर पर डॉ. निर्मल कुणावत भी मौजूद थे।