मध्यरात्रि जाच हो झील का जल सीवर लाइनों में तो नहीं जा रहा
उदयपुर। झील मित्र संस्थान,झील संरक्षण समिति व डॉ मोहन सिंह मेहता मेमोरियल ट्रस्ट द्वारा आयोजित श्रमदान मे अम्बामाता मंदिर बाहर स्थित बावड़ी को कचरे , प्लास्टिक,व् अन्य गंदगी से मुक्त किया गया। अम्बापोल पम्प हाउस के समीप झील से जलीय खरपतवार को हटाया गया।
श्रमदान में राम लाल गेहलोत, पल्लव दत्ता, ललित पुरोहित, दुर्गाशंकर पुरोहित, अजय सोनी, रिद्येश, भावेश, दीपेश, विजय मारू, बीएल पालीवाल, तेज शंकर पालीवाल, डॉ अनिल मेहता व नन्द किशोर शर्मा ने भाग लिया। झील प्रेमियों ने कहा कि झील क्षेत्र की बावडिया, कुएं सीवर एवं खुली नालियों के लीकेज से बुरी तरह प्रदूषित है। आम नागरिको को सावधानी रखनी होगी कि भू जल को उपचारित कर ही काम में लें, अन्यथा गंभीर बीमारियां हो सकती है। झील प्रेमियों ने इस अवसर पर चांदपोल क्षेत्र में सीवर लाइनों का भी जायजा लिया। आगामी चरण में सूक्ष्मता से जाँच की जायेगी कि कंही झील का जल सीवर लाइनों में तो नहीं बह रहा है। तेजशंकर पालीवाल, डॉ अनिल मेहता तथा नन्द किशोर शर्मा ने कहा कि यह जाँच मध्य रात्रि को की जायेगी । इस वक्त भवनों से सीवर प्रवाह न्यूनतम होता है। इस जांच में नगर निगम का सहयोग लिया जायेगा।