उदयपुर। जल झूलनी पर शहर में रविवार को ठाकुरजी को सरोवर में आए नए जल में नहलाया गया। विभिन्न क्षेत्रों से निकली रामरेवाडि़यां पीछोला के गणगौर घाट धूमधाम से पहुंची जहां ठाकुरजी को स्नान ध्यान करवाकर वापस नियत स्थान पर विराजित किया गया।
गुलाल-अबीर के साथ प्रभु के वेवाण के आगे नाचते गाते राम रेवाडिय़ां सरोवरों पर पहुंची तथा विसर्जन किया। विभिन्न समाजों की रामरेवाडि़यों के साथ अखाड़ों के पहलवानों ने करतब भी दिखाए।
फतहनगर में अखाड़ा मंदिर से महन्त रामचन्द्र दास के सानिध्य में निकली रामरेवाड़ी द्वारिकाधीश मंदिर पहुंची जहां से ठाकुरजी का बेवाण शमिल हुआ तथा नया बाजार, प्रताप चौराहा, पुराना बाजार, नीलकंठ महादेव मंदिर होते हुए तालाब पहुंचे जहां पर प्रभु को स्नान करवाया गया तथा महाआरती के बाद प्रसाद वितरण हुआ। रास्ते में श्रद्धालुओं ने श्रीफल, केले, भुट्टे, ककड़ी इत्यादि चढ़ावे के रूप में रखे। बेवाण के साथ बैण्डबाजों की भक्त धुनों पर भक्त गुलाल उड़ाते नाचते व भजन गाते चल रहे थे। लक्ष्मीनारायण मन्दिर, चारभुजा नाथ मन्दिर, सत्यनारायण मन्दिर, हनुमान मन्दिर, पटेलों की मन्दरी से रामदेवजी के मन्दिर का बेवाण आदि सदर बाजार, बडा बाड़ीपुरा होकर सरोवर पर गए जहां पर भगवान को झुलाने के बाद प्रसाद का भोग लगाकर वितरण किया गया। भक्तों ने भजनों की प्रस्तुतियां दी।