बॉलीवुड अभिनेत्री कल्कि कोचलीन ने किया उद्घाटन
उदयपुर। आगरा और लखनऊ जैसे शहरों में सफलतापूर्वक संचालित होने के बाद एसिड अटैक सर्वाइवर्स महिलाओं द्वारा छांव फाउण्डेशन के तहत के संचालित किये जा रहे शिरेाज हेंग आउट कैफे का विधिवत संचालन आज से हाथीपोल स्थित अरवाना शॉपिंग डेस्टिनेशन में प्रारम्भ हो गया।
इसका उद्घाटन आज बॉलीवुड अभिनेत्री कलकी कोचलीन, बिग बॉस फेम सपना भवनानी, मुख्य आयकर आयुक्त नीना कुमार व जिला कलक्टर रोहित गुप्ता, अरवाना के प्रबन्ध निदेशक हसन पालीवाला एवं निदेशक दीपक परिहार ने फीता काटकर किया।
प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए कलकी कोचलीन ने कहा कि महिलाओं को स्वयं को मजबूत बनाना होगा। उन्होंने कहा कि वे फिल्मों में किसी एक ही प्रकार के रोल में बंध कर नहीं रहना चाहती है। शीरोज कैफे के आलोक दीक्षित ने बताया कि उदयपुर का शीरोज हैंगआउट कैफे का इंटीरियर इस प्रकार से किया है कि यह कैफे पूर्ण रूप से राजस्थानी रंग में रंगा हुआ दिखाई देगा। जहां इसमें आने पर जनता को एक नए राजस्थान की झलक देखने को मिलेगी।
उन्होंने बताया कि जिस समाज में महिलाओं के साथ होने वाले अपराधों के लिए उन्हें ही जिम्मेदार ठहराया जाता है, वहां किसी एसिड अटैक सरवाइवर का उस सदमे से उबरकर नए सिरे से जिंदगी शुरू करना हिम्मत का काम है. कुछ ऐसा ही जज्बा तेजाब हमलों की शिकार महिलाओं ने कैफे खोलकर दिखाया है। शीरोज हैंगआउट उन महिलाओं द्वारा चलाया जा रहा है जिन्हे समाज ने उनका विकृत चेहरा देखकर अपनाने से इंकार कर दिया था। यह कैफे तेजाब हमले का दर्द झेल चुकी महिलाओं के चेहरे पर आत्मविश्वास और खुशी लाने के मकसद से खोला गया है।
एसिट अटैक सर्वाइवर्स कैफे की रूपा ने बताया कि ‘शीरोज हैंगआउट’ की शुरुआत 10 दिसंबर, 2014 को आगरा से हुई। शीरोज हैंगआउट केवल रेस्टोरेंट या कैफे न होकर यहां आने वाले कई लोगों के लिए प्रेरणा स्रोत बना है। इस कैफे में आर्ट गैलरी, बुक रीडिंग सेक्शन के अलावा वर्क शॉप और प्रदर्शनी के लिए स्पेस भी है जहां इन वर्कर्स के हाथों का हुनर और कौशल दिखता है। यहां आने वाले लोग इन प्रदर्शनियों में लगी कलाकृतियां देखते हुए और किताबें पढ़कर भी अपना समय बिता सकते हैं। यह कोशिश आगरा से शुरू की गई जहां देश-विदेश से आने वाले हजारों पर्यटकों से बहुत अच्छी प्रतिक्रिया मिली।
उन्होेंने बताया कि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव भी शीरोज हैंगआउट का दौरा कर चुके हैं। मुख्यमंत्री को अचानक अपने बीच पाकर कैफे में काम करने वाली एसिड अटैक सर्वाइवर्स रितु, रूपा, नीतू और गीता आश्चर्यचकित रह गई थीं। उस समय मुख्यमंत्री ने उनसे कहा कि जब ये जानकारी मिली कि एसिड अटैक सर्वाईवर्स कैफे संचालित कर रही हैं, तो वह स्वयं को आने से रोक नहीं सके। उनके काम करने के जज्बे की सराहना करते हुए मुख्यमंत्री ने पूछा कि सरकार से आपको क्या मदद चाहिए। इस पर सर्वाइवर महिलाओं ने कहा कि, कैफे किराए की जगह में संचालित है और यहां स्पेस भी कम है। अगर सरकार जगह उपलब्ध करा दे तो, बढ़िया कैफे बन सकता है। जिसके बाद मुख्यमंत्री जी ने लखनऊ के गोमतीनगर में कैफे के लिये जगह दिलाई और इस तरह कैफे और रीच-आउट सेंटर लखनऊ में खोला गया। अब तक इस कैफे के जरिये 150 से भी ज्यादा तेजाब पीड़ित महिलाओं को मुआवजा और चिकित्सा सुविधाएं उपलब्ध कराई जा चुकी हैं।
शीरोज हैंगआउट क्यों है खास – शीरोज हैंगआउट का आईडिया बहुत ही यूनीक और सोशल है. इस प्रोजेक्ट के जरिये फाउंडेशन की सोंच पैसे कमाने से कहीं अलग है, जिसके चलते आगरा स्थित कैफे में पे एस यू विश का आप्शन रखा गया है। पे एस यू विश का आप्शन भी खुद में काफी संघर्षी और परिवर्तनात्मकक है. इसके अंतर्गत आप कैफे में लिए गए फूड का अपनी मर्जी के अनुसार बिल भर सकते है।
शीरोज हैंगआउट के बढ़ते कदम : उदयपुर से पहले शीरोज हैंगआउट कैफे आगरा और लखनऊ में पर्यटकों की पहली पसंद बना हुआ है। इसके साथ ही इन शहरों में कैफे को सराहना के साथ बेहतरीन लोगों का साथ भी मिल रहा है, जिसके चलते इसे खोलने का उद्देश्य सफल होता दिखता है। इस अवसर पर हसन पालीवाला ने कहा कि अरवाना में शिरोज हेंगआउट ने अपना कैफे खोलकर उदयपुर को एक नई पहिचान दिलानें का कार्य किया है। उल्लेखनीय है कि अरवाना मॉल के उद्घाटन अवसर पर बॉलीवुड अभिनेता जैकी श्रॉफ एवं अभिनेत्री सोहा अली खान ने शिरोज कैफे का दौरा कर उसकी कार्यप्रणाली की प्रश्ंासा भी की थी।