अच्छे जम्बो डीलर ऑपरेटर के साथ अच्छा नागरिक बनने का भी प्रशिक्षण
उदयपुर। हिन्दुस्तारन जिंक के मुख्य प्रचालन अधिकारी (खनन) लक्ष्मणसिंह शेखावत ने कहा कि प्रषिक्षण के लिए अथ्यार्थियों का चयन पारदर्शिता से किया गया है। विश्व में ऑपन पिट का खनन कार्य अण्डर ग्राउण्ड में कनवर्ट हो रहा है। विश्वग में खनन के कार्य में जम्बो ड्रिलिंग की महती भूमिका है।
आस्ट्रेलिया जैसे देशों में जम्बो ड्रिल ऑपरेटर बनने के लिए 10 वर्ष लगते है, लेकिन आप सभी अभ्यर्थी खुशनसीब है कि 18 माह की सम्पूर्ण प्रशिक्षण होने के बाद आप जम्बो ड्रिल ऑपरेटर बन सकेंगे जिसमें दक्षता होने पर कोई भी कंपनी आपको रोजगार उपलब्ध कराएगी। उन्होंने अभ्यर्थियों से अहाव्न किया कि मेनटीनेन्स पर दक्षता हासिल करें। टीम के रूप में कार्य कर सुरक्षा, अनुशासन, समय की पाबंदी एवं दृढ़ निश्चटय से किसी भी मुकाम को हासिल किया जा सकता है।
हिन्दुस्तान जिंक अच्छा जम्बो ड्रील ऑपरेटर ही नही एक अच्छा नागरिक बनने का भी प्रशिक्षण देगा। युवान्तरण पुस्तिका का अवलोकन किया गया। कार्यक्रम के दौरान जम्बो ड्रील ऑपरेटर के रूप में कार्यरत वसीम अकरम ने अपने अनुभव बांटते हुए हिन्दुस्तान जिंक का आभार प्रकट करते हुए कहा कि हिन्दुस्तान जिंक द्वारा 2013 में प्रशिक्षण के माध्यम से वह आज कुशल ऑपरेटर हैं। नवचयनित प्रशिक्षु चित्तौड़गढ़ से आए कमलेश मेनारिया और अजमेर से आये विकास टेलर ने हिन्दुस्तान जिंक का आभार व्यक्त किया एवं प्रशिक्षण को निष्ठा एवं लगन से पूरा करने की प्रतिबद्धता दोहराई।
जम्बो ड्रील ऑपरेटर प्रशिक्षण कार्यक्रम का उद्घाटन आज हिन्दुस्तान जिंक के मुख्य प्रचालन अधिकारी लक्ष्मण सिंह शेखावत ने अशोक लीलेण्ड ड्राइविंग टेक्नीकल इन्स्टीट्यूट, फतेह नगर रोड़, रेलमगरा-राजसमंद में किया। हिन्दुस्तान जिंक के हेड-सीएसआर नीलिमा खेतान, सहउपाध्यक्ष एचआर संजय शर्मा, इण्डियन इन्स्टीट्यूट ऑफ स्किल डवलपमेंट के निदेशक अंशुक तलवार, सिन्देसर खुर्द खदान के इकाई प्रधान राजीव बोहरा, हेड-स्किल डवलपमेंट रवि गुप्ता तथा संजय खटोर उपस्थित थे।
हिन्दुस्तान जिंक की ओर से सामाजिक उत्तरदायित्व के तहत स्किल काउन्सिल फोर माइनिंग सेक्टर तथा इण्डियन इन्स्टीट्यूट ऑफ स्किल डवलपमेंट के सहयोग से राज्य के युवाओं को खनन क्षेत्र में प्रशिक्षण दिया जाएगा। राजस्थान के योग्य एवं पात्र 120 युवाओं को दो चरणों में प्रषिक्षण दिया जाएगा। प्रशिक्षण खनन प्रचालन विशेषकर अण्डर ग्राउण्ड माइंस में उपयुक्त हेवी अर्थ मूविंग मशीनरीज जैसे जम्बो ड्रील, उपकरणों के रखरखाव व संचालन आदि में दिया जाएगा। प्रशिक्षण का पहला चरण राजसंमद जिले के रेलमगरा तहसील में चयनित अभ्यर्थियों को 45 दिवसीय प्रशिक्षण का शुभारम्भ किया गया। दूसरे चरण में अभ्यर्थियों को तीन समूहों में बांटकर उदयपुर, भीलवाड़ा एवं राजसमंद में प्रशिक्षण उपलब्ध कराया जाएगा। ज्ञातव्य रहे कि चयनित अभ्यर्थियों को प्रषिक्षण केन्द्र में ही ठहरना अनिवार्य होगा। प्रशिक्षण के दौरान आवासीय सुविधाओं व भोजन आदि की निशुल्क व्यवस्था के अलावा मासिक स्टाईफण्ड भी दिया जाएगा। यह प्रशिक्षण कार्यक्रम सरकार से मान्यता प्राप्त प्रमाण पत्र युवाओं को अच्छा रोजगार प्राप्त करने में सहायक एवं अति महत्वपूर्ण होगा। हेड-कार्पोरेट कम्यूनिकेशन पवन कौशिक ने बताया कि हिन्दुस्तान जिंक युवाओं को 18 महीनों की अवधि के प्रशिक्षण के लिए 6 करोड़ रुपये खर्च करेगा।