अंतरराष्ट्रीय जिंक गेल्वेनाइजिंग कॉन्फ्रेन्स का उद्घाटन
हिन्दुस्तान जिंक ने की नए उत्पाद एचजेडडीए की घोषणा
उदयपुर। अंतरराष्ट्रीय जिंक एसोसिएशन द्वारा हिन्दुस्तान जिंक के सहयोग से नई दिल्ली में दो-दिवसीय द्वितीय अंतरराष्ट्रीय गेल्वेनाईजिंग सम्मेलन होटल हयात् रेजेन्सी नई दिल्ली में आज से आरंभ हुआ। उद्घाटन केन्द्रीय इस्पात मंत्री चौधरी वीरेन्द्र सिंह ने किया। इस दो दिवसीय सम्मेलन में अलग अलग उद्योगों जैसे हिन्दुस्तान जिंक, जेएसडब्लयू, टाटा स्टील, पीजीसीआईएल, मारूति, एस्सार, इन्टरनेशनल नेड जिंक डेवलेपमेट एसोसिएशन एवं आईआईटी मुम्बई के 20 से अधिक वक्ताओं का संबोधन होगा।
मुख्य अतिथि सिंह ने कहा कि जिस प्रकार हाथी को चींटी भी मार सकती है, उसी प्रकार जंग इस्पात को खत्म कर सकता है इसलिये जिंक की कोटिंग अतिआवश्यनक है। यदि इस्पात को बचाना है तो जिंक की कोटिंग करनी होगी। यह इस्पाशत का बाजार बनाने में मदद करेगा और ये प्रतिस्पर्धी कीमतों पर अच्छे उत्पाद बनाएगा। पूलों को जिंक कोटेड इस्पात द्वारा बनाया जाना चाहिये ताकि उनको लंबी आयु मिल सके। तेरहवी शताब्दी में जिंक की पहचान हुई थी। जिंक की उपयोगिता केवल भवन निर्माण और कार तक ही सीमित नहीं है। यूनिसेफ और आईजेडए ने मिल कर बच्चों को जिंक की खुराक पहुंचाने के लिये हाथ मिलाया है। भारत में भी एसी नीति बनाने की आवष्यकता है जो कि इस बात पर जोर दे कि देश में जो कुछ भी उत्पाद होता है उसकी खपत देश में ही हो जाए। सरकार भी इस दिशा में कार्य कर रही है। भारत आगे बढ रहा है और विस्तार करना इसकी सूचि में सबसे उपर है। इस्पात का उपयोग भी बढेगा और गेल्वेनाइजिंग की आवष्यकता भी बढेगी जिसके फलस्वरूप जिंक की मांग भी बढेगी।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कुछ दिनो पूर्व स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट लांच किया था जिससे इस्पात के उपयोग में भी बढोतरी होगी और इसके गेल्वेनाइजिंग के लिए जिंक की भी आवश्यतकता पडेगी जिससे विकास के क्षेत्र में जिंक की मांग बढ़ जाएगी। जिंक भविष्य में भी गेल्वेनाइज इस्पात की प्रक्रिया जारी रखेगा। सरकार भारत में सभी उद्योगों की बढ़ोतरी को कटिबद्ध हैं।
हिन्दुस्तान जिंक के मुख्य कार्यकारी अधिकारी सुनिल दुग्गल ने कहा कि जिंक का बाजार ऑटोमोबाईल इण्डस्ट्री, फर्टिलाईजर, उर्वरक, रेबार, पोषक तत्व और रेल्वे ट्रेक के गेल्वेनाईजिंग के लिए उपलब्ध है। उन्होने हिन्दुस्तान जिंक के इतिहास से भी अवगत कराया। उन्होने कहा कि जिंक ने राष्ट्र निर्माण में अपना महत्वपूर्ण योगदान दिया है। कंक्रीट उद्योग ने मजबूती के लिये जिंक कोटेड बार का उपयोग किया है। 1000 वर्षों से भी अधिक समय से जिंक की प्रभावषीलता एवं गुणवत्ता से खडा दिल्ली का लोटस मन्दिर इसका प्रमाण है। जंगरोधक निर्माण के लिये वृंदावन के कृष्ण मन्दिर के निर्माण हेतु हिन्दुस्तान जिंक से जिंक उपलब्ध कराने की पहल की गयी है।
उन्होंने कहा कि विदेशों में जिंक गेल्वेनाइजेशन के लिये बडे पैमाने पर उपयोग में लिया जा जाता है जहां पुलो और कारों का जीवन लंबे समय तक होता है एवं वे अधिक टिकाउ होते है। भारत में अब इमारतों और अन्य भवन संरचनाओं की मजबूती के लिये जिंक के उपयोग को अमल में लाने की महती आवष्यकता है। गेल्वेनाइज्ड इमारतें काफी महत्वपूर्ण है क्योंकि ये सकल घरेलू उत्पादन में 4 से 5 प्रतिशत बढोतरी का कारण है। हिन्दुस्तान जिंक की भारत की 100 प्रतिशत डाई कास्टिंग आवश्यजकता पूरी करने को तैयार है।
अंतरराष्ट्रीय जिंक एसोसिऐषन के कार्यकारी निदेषक स्टीफेन विल्किनसन ने कहा कि यूरोप, उत्तरी अमेरिका, कोरिया और जापान के कार निर्माता दशकों से गेल्वेनाइज़ स्टील का उपयोग बॉडी पेनल्स के लिये कर रहे है। ये कार कंपनिया जंग रोधक 10 वर्ष की न्यूनतम वैध गारन्टी प्रदान करती है, लेकिन भारतीय उपभोक्ताओं के लिये निर्मित कारों के लिये इस प्रकार की कोई सुरक्षा नहीं है। यहां कार खरीदने के बाद ग्राहकों को एक्सट्रा कोटिंग के लिये अतिरिक्त भुगतान की सलाह दी जाती है। भारत में कारों में इस्पात में लगने वाला जंग करीब 60 प्रतिशत तक कार की लाईफ को कम कर देता है।
दूसरे अन्तर्राष्ट्रीय गेल्वेनाइजिंग कॉन्फ्रेंस में हिन्दुस्तान जिंक ने अपना नया उत्पाद हिन्दुस्तान जिंक डाईकास्टिंग एलॉय (एचजेडडीए) लांच किया। इस नये उत्पाद को केन्द्रीय इस्पात मंत्री चौधरी बिरेन्द्र सिहं ने लॉंच किया। इस विशेष उत्पाद का उत्पादन प्राथमिक जिंक और शुद्ध ऐल्यूमिनियम से किया जाएगा। हिन्दुस्तान जिंक का नया उत्पाद एचजेडडीए ऑटोमोबाइल, घरेलू उपकरणों, सेनेटरी वेयर और रक्षा में अनुप्रयोगों के लिये महत्वपूर्ण साबित होगा। कम्पनी टोनिंग एलॉय की श्रृंखला को भी शुरू करने जा रही है जो कि स्टील गेल्वेनाईजिंग सेक्टर में एल्युमिनियम के सटीक नियंत्रण में उपयोगी है। इस अवसर पर हिन्दुस्तान जिंक के मुख्य कार्यकारी अधिकारी सुनिल दुग्गल ने कहा कि एचजेडडीए प्रधानमंत्री के मेक इन इण्डिया कार्यक्रम को सफल बनाने में सहायक होगा एवं आशा है कि इस उत्पाद द्वारा ऑटो एवं स्टील उद्योग में आयातित जिंक की पूर्ति हो सकेगी।