उदयपुर। श्री अय्यप्पा सेवा समिति के तत्वावधान में श्री अय्यप्पा मन्दिर में 41 दिनों तक चलनेवाली मण्डल-पूजा धार्मिक पर्व बुधवार 16 नवम्बर से प्रारंम्भ होगा।
अनुष्ठान 16 नवम्बर तड़के 5 बजे पल्ली उणर्त्तल के साथ शुभारम्भ होकर प्रतिदिन विविध धार्मिक अनुष्ठान होंगे जिसमें अय्यप्पा सुप्रभातं, हरिनामकीर्तनंम्, गणपतिहोमम् (हवन) एवं अभिषेकम्, नैय्यभिषेकम (घी-अभिषेक), उषपूजा, पूर्णाभिषेकम् (अष्ठाभिषेकम्), भागवतपारायणं, उच्चपूजा आदि होंगे। भगवान अय्यप्पा की मूर्ति को चन्दन का लेप (कलभच्चार्त) लगाया जायेगा । शाम 6.15 बजे से निरमाला, दीपाराद्दना, भगवतिसेवा, भजन-कीर्तन, नैवेद्यम तथा 8.15 बजे महा-दीपाराद्दना (पूर्ण-आरती), पुष्पाभिषेकम्, आतिशबाजी के साथ पूजा होगी तथा मण्डल-काल का शुभारम्भ के दिन तथा हर शनिवार समापन के दिन सामूहिक प्रसाद वितरण के तहत अन्नदानम् भी हुआ होगा। उल्लेखनीय है कि पश्चिम घाट केरला में शबरिमला पर्वत पर स्थित अय्यप्पा भगवान (हरि-हर पुत्र) के र्द्यनार्थ सभी दे्यों से लाखों की तादात में र्द्यनाथध् कई दिनों की वृत लेकर यह मण्डल-मकरविलक्कु पूजा धार्मिक महापर्व में पहुँचते हैं।