उदयपुर। गुरूनानक कन्या स्नातकोत्तर महाविद्यालय में चल रहे छह दिवसीय वार्षिकोत्सव कार्यक्रम पनिहारिन के चौथेे दिवस बुधवार को सांस्कृतिक प्रतियोगिताओं का आगाज एकल व समूह गान तथा एकल पाश्चात्य नृत्यों की धूम के साथ हुई।
सांस्कृतिक प्रभारी डॉ. अनुराधा मालवीय व सह प्रभारी डॉ. मीनल कोठारी ने बताया कि महाविद्यालय के मुक्ताकाशी रंगमंच पर आयोजित होने वाले कार्यक्रम के मुख्य अतिथि सुखाड़िया विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. जे.पी. शर्मा थे। अध्यक्षता समाज सेवी, के.एस. गिल ने की। विशिष्ठ अतिथि गुरूसिंघ सभा अध्यक्ष डीएस पाहवा, चिरंजीव ग्रेवाल, अमरपाल सिंह पाहवा, महेन्द्रपाल सिंह लिखारी, पं. लक्ष्मीनारायण शर्मा, चरणजीत सिंह, सतनाम सिंह थे। एकल गान प्रतियोगिता में पूजा टेलर ने काल्यो कूद पड़यो मेला में, गीत प्रस्तुत कर दर्शको की दाद लूटी। किरण दुलावत ने ऐ मेरे वतन के लोगों जरा याद करो कुर्बानी गीत प्रस्तुत कर वातावरण को देशभक्तिमय कर दिया। मेघा मेनारिया ने हमने तुमको प्यार किया है इतना, गीत पर खूब तालियां बटोरी। हर्षिता चौबीसा ने पल-पल दिल के पास तुम रहती हो, गीत गाकर दर्शकों का मन मोह लिया। एकल नृत्य प्रतियोगिता के प्रीति गुजर ने सागर पाणी भरवा जाऊं सा, गीत पर शानदार लोकनृत्य प्रस्तृत किया। शालिनी अग्रवाल ने कजरारे- कजरारे तेरे नयना गीत जोरदार नृत्य कर दर्शको को झूमने पर विवश कर दिया।
इससे पूर्व समारोह का आगाज कुलपति प्रो. जे.पी. शर्मा द्वारा दीप प्रज्ज्वलन से हुआ। महाविद्यालय में प्रथम बार आगमन पर प्राचार्य प्रो. एन.एस. राठौड़ सहित गुरूनानक संस्थान कार्यकारिणी ने कुलपति का स्वागत किया। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि श्रेष्ठ शिक्षण के साथ उत्कृष्ठ शैक्षिक प्रवृत्तियों, प्रतिभाओं का परिष्कार कर उन्हें आगे बढ़ने हेतु प्रेरित करती है। उन्होंने महिला शिक्षा को बढ़ावा देेने पर बल देते हुए कहा कि महिलाओं को स्वाबलंबी बनाने हेतु उन्हें उच्च शिक्षा के लक्ष्य को प्राप्त कर व्यक्तित्व का सर्वांगीण विकास करना चाहिए। समारोह में कार्यक्रम अध्यक्ष के.एस. गिल ने कहा कि उच्च शिक्षा के माध्यम से महिलाओं को स्वरोजगार के माध्यम से स्वाबलंबी होना समय की आवश्यकता है। डीएस पाहवा ने कहा कि छात्रा जीवन में शिक्षा का सम्बल उन्हें सशक्त बनाता है।
समारोह में कुलपति जेपी शर्मा ने विश्वविद्यालय व महाविद्यालय स्तर पर मेरिट में आने वाली छात्राओं को पुरस्कृत किया। डॉ. मीनल कोठारी ने बताया कि गुरूवार को पनिहारिन के पांचवे दिवस एकल लोकनृत्य, समूह पाश्चात्य व युगल नृत्यों की धूम रहेगी। अतिथियों का स्वागत छात्रासंघ अध्यक्ष मिताली भावनानी व कार्यकारिणी ने किया। संचालन डॉ. रेखा तिवारी व अनिल चतुर्वेदी ने किया। धन्यवाद उपाचार्या डॉ. अनुज्ञा पोरवाल ने दिया।