नागरिक सुरक्षा मंच का कलक्ट्रेट पर विशाल धरना-प्रदर्शन आज
केरल में हो रही संघ व वाम विचार-विरोधी संगठनों पर लगातार हमले से रोष
उदयपुर। विचारधारा कोई भी हो, एक लोकतांत्रिक देश में सभी को अपना मत व्यक्त करने का अधिकार है। किसी विचारधारा का विरोध भी होता है और उसका तरीका भी लोकतांत्रिक और तार्किक होता है। लेकिन केरल में एक विचारधारा ने खुद को स्थापित रखने के लिए लोकतंत्र ही नहीं, बल्कि मानवता को भी ताक में रख दिया है और दमन की ऐसी नीति अपनाई है जो अत्याचार की पराकाष्ठा तक पहुंच गई है।
नागरिक सुरक्षा मंच उदयपुर के संयोजक रमेश शुक्ल ने बुधवार को यहां विश्व संवाद केन्द्र में आयोजित पत्रकार वार्ता में कहा कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ सहित वाम विचारधारा के विरोधी संगठनों के कार्यकर्ताओं और पदाधिकारियों की हत्याएं हो रही हैं, लगातार हमले जारी हैं और वहां की सरकार के मुखिया ने पुलिस विभाग खुद के पास रखकर इन घटनाओं को दबाने की नीति बना रखी है। यहां तक कि जो पीड़ित हैं, उन्हीं पर झूठे मुकदमे बनाए जाकर उन्हें दबाया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि केरल के आमानवीय हालातों के लोकतांत्रिक तरीके से विरोध के लिए नागरिक सुरक्षा मंच गुरुवार को जिला कलक्ट्रेट पर प्रदर्शन करेगा। इसमें शहर के विभिन्न समाजों और संगठनों ने भी सहभागिता की घोषणा की है। दोपहर 3 बजे सभी टाउन हॉल में एकत्र होंगे जहां सभा होगी। सभा में संतों का भी सान्निध्य रहेगा। सभा के बाद वहां से रैली के रूप में सभी जिला कलक्ट्रेट पहुंचेंगे। वहां केरल में हो रहे नरसंहार के विरोध में धरना दिया जाएगा तथा जिला कलक्टर के माध्यम से राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री और केरल के राज्यपाल को ज्ञापन भेजकर केरल में राष्ट्रपति शासन लगाने के साथ ही माक्र्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी पर प्रतिबंध लगाने की मांग की जाएगी।
नागरिक सुरक्षा मंच उदयपुर के अध्यक्ष कर्नल गुमान सिंह राव ने कहा कि मार्क्सधवादी कम्युनिस्ट पार्टी के नेतृत्व में वामपंथी लोकतांत्रिक मोर्चा जब भी सत्ता में आया है, गृह मंत्रालय अपने पास रखकर असामाजिक तत्वों से सांठगांठ के द्वारा राष्ट्रवादी ताकतों एवं वामविरोधी संगठनों पर हिंसात्मक कृत्य करता रहा है। इन हिंसात्मक आक्रमणों को वामपंथी खुली छूट देते रहे हैं। वे वाम विरोधी विचारधारा वाले कार्यकर्ताओं को आर्थिक रूप से पंगु बनाने के लिए खड़ी फसलों को जलाने, भवन, घरेलु सामानों को नष्ट करने जैसे कार्य भी करते हैं। यह हिंसा केवल संघ के खिलाफ नहीं है, बल्कि समाज के हर उस घटक के खिलाफ है, जो वाम विचार का विरोधी है। इसका प्रतिरोध समय पर किया जाना आवश्यक है। यह हालात देश की एकता और सम्प्रभुता के लिए खतरा है।
इन संगठनों का मिला साथ : भारतीय जनता पार्टी, आर्ट ऑफ लिविंग, हिन्दू जागरण मंच, योग वेदान्त सेवा समिति, गायत्री परिवार, आर्य समाज, पतंजलि योग पीठ, राष्ट्रीय सिक्ख संगत, सिंधु सभा, धर्मोत्सव समिति, जगन्नाथ रथयात्रा समिति, सकल राजपूत समाज, लघु उद्योग भारती, स्वदेशी जागरण मंच, विश्व हिन्दू परिषद, भारतीय मजदूर संघ, नेशनल मेडिको ऑर्गेनाइजेशन, शिक्षक संघ, रूक्टा (राष्ट्रीय), वनवासी कल्याण आश्रम, सेवा भारती, भारत विकास परिषद, इतिहास संकलन समिति, राष्ट्र सेविका समिति, राष्ट्र चेतना अभियान समिति, भारतीय किसान संघ, विद्या भारती, राष्ट्रीय मुस्लिम मंच, अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद, शिवदल, बजरंग सेना, गरबा और गणपति मण्डल सहित सभी समाजों ने इस धरने-प्रदर्शन में भाग लेने पर समर्थन व्यक्त किया है।
हिन्दू जागरण मंच निकालेगा रैली : धरना-प्रदर्शन से पहले हिन्दू जागरण मंच की ओर से दो स्थानों से वाहन रैलियां निकाली जाएंगी। दोनों रैलियां दोपहर 2 बजे शुरू होंगी। एक रैली लव कुश स्टेडियम से शुरू होकर शहर के भीतरी क्षेत्रों से होते हुए सूरजपोल पहुंचेगी। दूसरी रैली एमबी ग्राउण्ड से शुरू होकर तीन बजे सूरजपोल पहुंचेगी। सूरजपोल से दोनों रैलियां संयुक्त होकर टाउनहॉल पहुंचेंगी।