महावीर जयंती: भव्य शोभायात्रा, दुपहिया वाहन रैली मुख्य आकर्षण, साफे बांध युवतियों ने चलाए दुपहिया वाहन, सभी वाहनों पर लगे जैन ध्वज, डिजीटल इंडिया, बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ और स्वच्छ भारत अभियान की छाई झांकियां
उदयपुर। त्रिशलानंदन वीर की. . जय बोलो महावीर की.., वंदे वीरम. ., एक दो तीन चार-महावीर की जय जयकार के नारों से झीलों की नगरी गूंज उठी। पूरा शहर मानों महावीरमय हो गया था। मौका था श्रमण भगवान महावीर के 2616 वें जन्म कल्याणक महोत्सव पर महावीर जैन परिषद के बैनर तले रविवार को शहर में भव्य शोभायात्रा का।
परिषद के मुख्य संयोजक राजकुमार फत्तावत ने बताया कि तपोनिधि अलंकरण से सम्मानित जीवनसिंह मेहता का मेयर चन्द्रसिंह कोठारी, गणेशलाल मेहता, विनोद भोजावत आदि ने मेवाड़ी पगड़ी, माल्यार्पण, शॉल एवं उपरणा ओढ़ा स्मृति चिन्ह भेंटकर अभिनंदन किया। मेहता ने ध्वजारोहण किया। जैन जागृति सेंटर महिला प्रकोष्ठ की कार्यकर्ताओं ने ध्वज गान एवं राष्ट्रगान गाया। इसके बाद सुबह ठीक 8.30 बजे नगर निगम से शोभायात्रा आरंभ हो गई और करीब 11.30 बजे वापस नगर निगम प्रांगण पहुंची।
शोभायात्रा
वाहन रैली: शोभायात्रा में सबसे आगे जैन ध्वज से सजी धजी एस्कॉर्ट चल रही थी। उसके पीछे संयोजक चिराग कोठारी के नेतृत्व में युवकों की दुपहिया वाहन रैली चल रही थी। प्रत्येक वाहन पर जैन ध्वज लगा था वहीं कुछ वाहनों के पीछे ढोल बज रहा था। युवा वाहनों पर त्रिशलानंदन वीर की जय बोलो महावीर की.. एक दो तीन चार महावीर की जय जयकार आदि नारे लगा रहे थे। इसके बाद हल्के गुलाबी रंग के साफे पहने युवतियां दुपहिया वाहनों पर सवार थीं जो भी कोमल है कमजोर नहीं तू.. शक्ति का नाम नारी है जैसे नारे लगा रही थीं। युवतियों की रैली को सुनीता जैन एवं रितु मारू संयोजित कर रही थीं।
इसके बाद सात घोड़े थे जिन पर बड़ा जैन ध्वज लिए समाजजन विराजित थे। इसके बाद एक जैसी परपल रंग की डेªस में मयूर बैण्ड के वादक थे जो भक्ति धुनें बजा रहे थे। फिर महावीर जैन परिषद का बैनर और इसके पीछे पावापुरी जल मंदिर का रथ और इसके ठीक पीछे सप्तकिरण रथ अपनी अलग महिमा बिखेर रहे थे।
इसके बाद दिगम्बर जैन बालिका उच्च माध्यमिक विद्यालय का बैण्ड था जिस पर स्कूली बालिकाएं एक स्वर में धुन बजा रही थीं जो राह चलते हर किसी को आकर्षित कर रही थीं। स्कूल की कुछ बालिकाएं इसके पीछे स्केटिंग भी कर रही थीं। महावीर विद्या मंदिर गणेश घाटी, जवाहर जैन शिक्षण संस्था सेक्टर 11, पार्श्वनाथ विद्या मंदिर जैन बोर्डिंग स्कूल और इनके पीछे जैन अग्रवाल बाल मंदिर स्कूल के बच्चे स्कूल यूनिफॉर्म में एक साथ कदमताल कर रहे थे। इनके पीछे वापस मयूर बैण्ड का दूसरा दल था जो भगवान महावीर आधारित धुनें बजा रहा था।
झांकियां: इस बार की झांकियों में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के आव्हान पर बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ, स्वच्छ भारत अभियान और डिजीटल इंडिया ने खासी धूम मचाई। स्कूली बच्चों के बाद झांकियों का क्रम शुरू हुआ जिसमें बीसा हुमड़ दिगम्बर जैन धर्मवर्द्धिनी सभा की भगवान महावीर के समवशरण को दिखाती झांकी थी। इसके बाद पर्यावरण संतुलन को प्रदर्शित करती झांकी चल रही थी। बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ के नारे को बुलंद करती बीसा नागदा जैन समाज, जैन जागृति महिला मंच की झांकी चल रही थी। बीमारियों की रोकथाम को दर्शाती जीबीएच अमेरिकन हॉस्पिटल की झांकी के पीछे भगवान महावीर के सिद्धांतों को बताती बड़ी सादड़ी जैन मित्र मंडल, स्वच्छ भारत अभियान को बढ़ावा देती द स्कॉलर्स एरिना, त्रिशला जागृति मंच, दिगम्बर जैन बीसा नरसिंहपुरा, आदिनाथ महिला मंच सेक्टर 11 की झांकी बेटियों को सशक्तीकरण का संदेश देती चल रही थीं। बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ का संदेश देती दसा नरसिंहपुरा मित्र मंडल की महिलाएं केसरिया वस्त्रों में सजी धजी थीं वहीं युवा ढोल की थाप पर नृत्य करते चल रहे थे। डिजीटल इंडिया के अभियान को साकार करती दिगम्बर जैन चित्तौड़ा महिला मंडल की झांकी, समता युवा संघ की झांकी, स्थानकवासी जैन श्राविका संघ की स्वच्छ भारत अभियान की झांकी एवं नेत्रदान की महत्ता दर्शाती मानव सेवा समिति की झांकी शोभायात्रा का मान बढ़ा रही थी। दिगम्बर जैन बालिका उच्च माध्यमिक विद्यालय खेरादीवाड़ा की नारी सशक्तीकरण, जैनाचार्य देवेन्द्र महिला मंडल की डिजीटल इंडिया, तेरापंथ महिला मंडल एवं परमेष्ठी नवकार ग्रुप की बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ को बताती झांकियां अलग ही माहौल बना रही थीं। जैन श्वेताम्बर मूर्तिपूजक जिनालय संघ तथा वर्द्धमान स्थाकनवासी संघ सेक्टर 4 के पुरुष श्वेत परिधान में अलग ही आभा बिखेर रहे थे। वर्द्धमान स्थानकवासी जैन सुविधि मंडल की महिलाएं, पार्श्वनाथ विद्या मंदिर, लोढ़ा (ओसवाल) भाईपा संस्थान के पीछे शांतिनाथ दिगम्बर जैन महिला मंडल की महिलाएं पिंक साड़ियों में वहीं दिगम्बर जैन महिला मंच खंडेलवाल (बीस पंथ) की महिलाएं केसरिया परिधान में डांडिया करती चल रही थीं। जैन महिला प्रगति मंच की महिलाएं राजस्थानी ड्रेस में गरबा रमते चल रही थीं। इनके बाद नीति नवयुवक जैन मंडल का बैण्ड था जिसके कार्यकर्ता श्वेत परिधान में बैण्ड पर भक्ति धुन बजा रहे थे। इसके बाद तेरापंथ युवक मंडल, जैन सोश्यल ग्रुप लेकसिटी के कार्यकर्ता चल रहे थे। दिगम्बर जैन बीसा नरसिंहपुरा का बैण्ड अपनी अलग ही महिमा बिखेर रहा था। कुंथुमति महिला मंच की कार्यकर्ता एक जैसी वेशभूषा में अपना अलग ही रंग बिखेर रही थीं। बड़ी सादड़ी जैन मित्र मंडल के कार्यकर्ता एवं महिलाएं समान रंग की वेशभूषा में शोभायात्रा में शामिल हुए।
आशीर्वचन: जुलूस के वापस नगर निगम पहुंचने पर वहां आचार्य प्रणाम सागर, आचार्य सम्राट शिव मुनि मसा आदि के आशीर्वचन हुए। आचार्य सम्राट शिव मुनि ने कहा कि भगवान महावीर ने जीवन जीने की राह बताई थी। आज महावीर के सिद्धांतों को, उनकी जीवनचर्या को वापस देखने की जरूरत है। महावीर ने पैसे, कौड़ी, महल, बंगलों को नहीं बल्कि मैत्री, वीतरागता को महत्व दिया। सारा जमाना जानता है, जमीं जानती है कि महावीर ने क्या किया। अपने आपको जान लिया और अपने आपको देख लिया मतलब महावीर बनने की राह पर हो जाओगे। त्याग करने की प्रवृत्ति महावीर बना सकती है। हम आत्मवासी हैं। आत्मा में केवल्य है, ज्ञान है, ध्यान है। कोई छोटा-बड़ा नहीं, संबंधों को छोड़ें और आत्मवासी बनें। भक्तामर वाले बाबा आचार्य प्रणामसागर ने कहा कि एक महावीर जिनके पांच नामों में वर्धमान जिसका मतलब वह कभी दरिद्र नहीं हो सकता। जैन समाज का कोई व्यक्ति आपको भीख मांगते नहीं मिला होगा। दूसरा नाम सन्मति यानी अच्छी मति। जब खोटे काम करने के भाव पैदा हो जाएं उस समय संतो ंके पास जाना और महामंत्र सुन लेना स्वतः सन्मति हो जाएगी। तीसरा नाम वीर यानी कभी डरना नहीं। शरीर से कमजोर हो सकता है लेकिन आत्मा से कभी कमजोर नहीं होना। चौथा नाम अतिवीर यानी आयम्बिल, उपवास, वर्षीतप आदि तपस्या करने वाले और पांचवा नाम मिला है महावीर। अपरिग्रह के मार्ग पर चलते रहना, तुम्हारा कल्याण हो जाएगा।
बेटियों को मिला सम्मान: आज के जुलूस का मुख्य आकर्षण दुपहिया वाहनों पर युवतियां रहीं जिनके सिर पर गुलाबी रंग के साफे पहनाए गए थे। न सिर्फ पूरे मार्ग भर में बल्कि शहर में यही चर्चा रही कि बेटियों को भी मेवाड़ी मान के अनुसार साफे पहनाकर जैन समाज ने बेटियों को सम्मान दिया है।
रूट: शोभायात्रा टाउनहॉल से रवाना हुई जो बापू बाजार, देहलीगेट, भूपालवाड़ी, भड़भूजा घाटी, बड़ा बाजार, घंटाघर, मोती चोहट्टा, हाथीपोल, अश्विनी बाजार होते हुए वापस नगर निगम प्रांगण पहुंची।
शीतल पेय, आइसक्रीम: शोभायात्रा के पूरे मार्ग में स्टॉलें लगाकर शीतल पेय, मिल्क रोज, छाछ आदि का वितरण किया गया। विशेष तौर से बापू बाजार, देहलीगेट, भूपालवाड़ी में, भड़भूजा घाटी, बड़ा बाजार, घंटाघर आदि स्थानों पर शोभायात्रा के लोगों को रोक रोककर शीतल पेय से गर्मी दूर करने का आग्रह करते नजर आए।
प्रभावना वितरण: इसका जिम्मा श्याम नागौरी, राकेश छाजेड़, संजय भंडारी, हेमेन्द्र मेहता, रेनप्रकाश जैन एवं सुनील मारू ने तथा महिलाओं को प्रभावना वितरण का जिम्मा विजयलक्ष्मी गलुण्डिया, सोनल सिंघवी ने संभाला।
जुलूस व्यवस्था: एक जैसे टीशर्ट पहने जैन जागृति सेंटर के सभी कार्यकर्ता अध्यक्ष राजेश मेहता के नेतृत्व में लक्ष्मण शाह, अभिषेक संचेती, दीपक सिंघवी, सुनील मारू, चन्द्रप्रकाश चोरडिया, अशोक कोठारी, मनीष गलुण्डिया व पदाधिकारियों के साथ वॉकी-टॉकी के माध्यम से सम्पूर्ण शोभायात्रा का बखूबी संचालन किया।
ये रही कोर टीम: जुलूस को कोऑर्डिनेट करने के लिए विभिन्न कमेटियों के अतिरिक्त कोर टीम का गठन किया गया जिसमें राजकुमार फत्तावत, कुलदीप नाहर, राजेश मेहता, महेन्द्र तलेसरा, दीपक सिंघवी, सुधीर चित्तौड़ा एवं राजेन्द्र जैन को शामिल रहे।
इनके नेतृत्व में संभाली कमान: इनके अतिरिक्त श्याम नागौरी, रवि माण्डावत, प्रदीप कोठारी, सुनीता जैन एवं ऋतु मारू, डॉ. सुरेश नाहर, मनीष गलुण्डिया, राकेश छाजेड़, संजय भंडारी, हेमेन्द्र मेहता, रेनप्रकाश जैन, सुनील मारू, विजयलक्ष्मी गलुण्डिया, सोनल सिंघवी के नेतृत्व में बैंड, विद्यालय, झांकियां, साउंड सिस्टम और प्रभावना वितरण के लिए विभिन्न कमेटियां गठित की गई थीं।
आभार: महावीर जैन परिषद के मुख्य संयोजक राजकुमार फत्तावत ने जिला एवं पुलिस प्रशासन, मीडिया के प्रति आभार जताया।