उदयपुर। तेरापंथ धर्मसंघ के वरिष्ठ संत आचार्य महाश्रमण के आज्ञानुवर्ती शासनश्री मुनि सुखलाल एवं मुनि मोहजीतकुमार सहवर्ती सन्तों मुनि भव्य कुमार, मुनि जयेश कुमार का महाप्रज्ञ विहार में बुधवार को मंगल प्रवेश हुआ। उल्लेखनीय है कि मुनिवृन्दों का वर्ष 2017 का चातुर्मास उदयपुर में घोषित है। मुनिवृन्द वर्ष 2016 का चातुर्मास जयपुर सम्पन्न कर पदयात्रा करते हुए उदयपुर पहुंचे हैं।
यहां पहले से विराजित तपोमूर्ति मुनि पृथ्वीराज एवं मुनि अतुलकुमार ने भुवाणा पहुंच कर मुनिवृन्दों की अगवानी कर आम समाजजनों के लिए परस्पर प्रेम का अदभुत नजारा पेश किया। महाप्रज्ञ विहार में आयोजित स्वागत समारोह को सम्बोधित करते हुए शासनश्री मुनि सुखलाल ने कहा कि आज हम कई वर्षों के अन्तराल के बाद उदयपुर आए हैं। काफी विकास दृष्टिगोचर हो रहा है, बाह्य विकास के साथ सभी का आन्तरिक विकास हो, आपस में करुणा, प्रेम, सौहार्द का विकास हो।
मुनि मोहजीत कुमार ने कहा कि उदयपुर प्रबुद्धजनों का शहर है। सबमे आध्यात्मिकता बढ़े। सभी ज्ञान, दर्शन, चरित्र की सम्यक् आराधना करें। तपोमूर्ति मुनिश्री पृथ्वीराज ने कहा कि सन्तों का स्वागत एवं समागम के दृश्य दुर्लभ क्षण होते हैं। समाजजनों को इन प्रसंगो से सीख लेकर सुख-शान्ति एवं आनन्द का विकास करना चाहिए। स्वागत समारोह को तेरापंथ सभा अध्यक्ष सूर्यप्रकाश मेहता, महिला मण्डल अध्यक्ष चन्द्रा बोहरा, महाप्रज्ञ विहार प्रभारी सौभाग्यचन्द नाहर ने भी सम्बोधित किया।