उदयपुर। तक़दीर को कोसने वालो देखों इन दिव्यांगों की हिम्मत के आगे तक़दीर भी हारी है। हर रोज गिर के खड़े हैं देखों इनके होंसले जिंदगी से कितने बड़े है। दिव्यांग, मुखबधिर एवं मानसिक रूप से विमंदित प्रतिभाओ का कला प्रदर्शन कार्यक्रम दिव्योदय-2017 रविवार रात्री 10 बजे सुखाड़िया रंगमंच में सम्पन्न हुआ !
ब्लूमस इवेंट्स एंड मैनेजमेंट द्वारा आयोजित कार्यक्रम में दिव्यांग प्रतिभाओं को देखकर दर्शकों ने दातो तले उंगली दबाली ! जों सुन नहीं सकते जिन्होंने गानों पर नृत्य किया,जो देख नही सकते उन्होंने गायन किया एवं जो बोल नहीं सकते उन्होंने स्वछ भारत के लिए स्वछता का संदेश दिया। राष्ट्रीय स्तरीय कार्यक्रम दिव्योदय में चार घंटो तक एक के बाद एक प्रस्तुति ने पूरे समय दर्शकों को मोह रखा।
दोनो पैरों से दिव्यांग राजू मेहता ने नृत्य कर दर्शकों का मन जीत लिया। गुजरात से आई दृष्टिहीन महिला रंजन बेन जो अपने पिता के साथ शमशान पर जीवन व्यतीत करती है अपने अधिकारों के प्रति जागरूक होकर हक के लिए लड़ाई लड़ने का संदेश दिया एवं दिव्यांग लोगो को उनके हक दिलाने में कामयाब रही। बुलंद हौसले के साथ एक ही पैर पर लंबे समय तक खड़े रह कर जयपुर से आये नवाब खान ने दिव्यांगों हेतु विचार साझा किए। पोलियों होने के बावजूद अजमेर से आए दीपक कुमार ने अपनी हास्यकला द्वारा सभी को लोटपोट कर दिया।
बिहार से आये दिव्यांग मुरली कुमार ने अपने एकल गायन की प्रस्तुती दी एवं उदयपुर के स्थानीय दिव्यांग हिमांशु ने राष्ट्र मुद्दों पर शायरी द्वारा अपने विचार रखे। नारायण सेवा संस्थान के मुखबदधीर छात्रों द्वारा नृत्य एवं दृष्टिहीन छात्रों द्वारा राजस्थानी गीतों का गायन किया गया। राजीव सुरति डांस फेक्टरी के बच्चों ने कन्या भ्रूण हत्या एवं शिव तांडव की प्रस्तुति दी गई। कार्यक्रम की खास बात यह रही कि भारत एवं पाकिस्तान का मैच होने के बावजूद दिव्यांग प्रतिभाओ का हौसला बढ़ाने के लिए बड़ी संख्या में दर्शक मौजूद रहे एवं कार्यक्रम के अंत तक भरपूर आंनद लिया। ब्लूम्सय इवेंट्स एंड मैनेजमेंट के डायरेक्टर पृथ्वी राजपुरोहित एवं मैनेजिंग डायरेक्टर निहारिका पांडेय ने कार्यक्रम में उपस्थित अतिथी लीना शर्मा, ललित लाहोटी एवं कुणाल कालरा का सम्मान किया।