udaipur. बुधवार को संसद में पेश रेल बजट में दक्षिणी राजस्थान के लिए कोई घोषणा नहीं होने से आमजनों में निराशा है। जहां उदयपुर—अहमदाबाद आमान परिवर्तन को लेकर आमजन को उम्मीद थी कि राशि आवंटित की जाएगी लेकिन कोई घोषणा नहीं हुई। इसी प्रकार 12991/12992 उदयपुर-अजमेर एक्सप्रेस का जयपुर तक विस्तार करने के सिवाय कोई घोषणा नहीं हुई। रेलवे ने आमान परिवर्तन की चार परियारेजनाओं के मूल्यांकन और सैद्धांतिक अनुमोदन के लिए योजना आयोग को भेजा है।
इनमें मावली-बड़ी सादड़ी की लाइन शामिल है। किराये में बढ़ोतरी को सभी ने नकारा है। यूसीसीआई के पूर्व अध्यक्ष वीरेन्द्र सिरोया ने बताया कि भाड़ा बढ़ाने से आमजन का सफर करना मुश्किल हो जाएगा। उसके लिए सफर का एकमात्र यही तरीका था जिसे भी अब नौ साल बाद महंगा कर दिया गया है। इसी प्रकार चूंकि चालू आमान-परिवर्तन कार्यों को पूरा करने पर ज़ोर दिया गया है इसलिए बजट 2012-13 में केवल दो नई परियोजनाओं को ही शामिल किया गया है।
रेल बजट- 2012-13 (एक नजर)
• उपनगरीय और साधारण द्वितीय श्रेणी के यात्री किराये में 2 पैसा प्रतिकिलोमीटर, मेल/ एक्सप्रेस द्वितीय श्रेणी में 3 पैसे प्रतिकिलोमीटर, स्लीपर श्रेणी में 5 पैसे प्रतिकिलोमीटर, एसी चेयर कार, एसी-3 और प्रथम श्रेणी में 10 पैसे प्रतिकिलोमीटर, एसी-2 में 15 पैसे प्रतिकिलोमीटर तथा एसी-1 श्रेणी में 30 पैसे प्रतिकिलोमीटर की वृद्धि का प्रस्ताव।
• यात्री किराये को अगले निकटतम पांच रुपए में पूर्णांकित किया जाएगा।
• U;wनतम किराये और प्लेटफार्म टिकट की कीमत अब पांच रुपए।
• 75 नई रेलगाड़ियां शुरू करने का प्रस्ताव।
• 21 नई पैसेंजर गाड़ियां, 9 डेमू गाड़ियां और 8 मेमू गाड़ियां शुरू करने की घोषणा।
• 39 रेलगाड़ियों का विस्तार किया जाएगा।
• 23 रेलगाड़ियों के फेरों में होगी वृद्धि।
• मुम्बई उपनगर में 75 अतिरिक्त गाड़ियां चलाना।
• चेन्नै क्षेत्र में 18 अतिरिक्त गाड़ियों का परिचालन।
• कोलकाता क्षेत्र में 44 नई उपनगरीय गाड़ियां चलाने का प्रस्ताव।
• 2012-13 में कोलकाता मेट्रो में 50 नई गाड़ियां।
• एप्लास्टिक अनैमिया और ‘सिकल सैल अनैमिया’ से पीड़ित रोगियों के लिए एसी 2, एसी 3, चेयर कार और स्लीपर क्लास के किराये में 50 प्रतिशत रियायत।
• अर्जुन पुरस्कार विजेताओं को राजधानी और शताब्दी गाड़ियों में यात्रा करने की सुविधा।
• इज्जत योजना के अंतर्गत यात्रा दूरी 100 किलोमीटर से बढ़ाकर 150 किलोमीटर की।
• 2012-13 में 725 किलोमीटर नई रेललाइनें बिछाने, 700 किलोमीटर का दोहरीकरण, 800 किलोमीटर का आमान परिवर्तन और 1100 किलोमीटर का विद्युतीकरण करने का लक्ष्य।
• 60,100 करोड़ रुपए का अब तक का सबसे अधिक योजना परिव्यय।
• वर्ष 2012-13 में सभी 202 चिन्हित स्टेशनों पर इंटीग्रेटिड सुरक्षा प्रणाली संस्थापित करने का कार्य पूर्ण करने का लक्ष्य।
• रेल सुरक्षा बल/राजकीय रेलवे पुलिस द्वारा अब 3500 गाड़ियों का मार्गरक्षण।
• रेलवे सुरक्षा बल हेल्पलाइन को अखिल भारतीय पैसेंजर हेल्पलाइन में समाहित करना।
• 2012-13 में प्रस्तावित 84 स्टेशनों सहित 929 स्टेशनों का आदर्श स्टेशनों के रूप में उन्नयन।
• ई-टिकट के लिए यात्री के मोबाइल फोन पर एसएमएस को वैध आरक्षण के प्रमाण के रूप में स्वीकार करना।
• यात्रियों को एसएमएस, इंटरनेट आदिके माध्यम से ट्रेन रनिंग की सूचना देने के लिए सैटेलाइट आधारित रियल टाइम ट्रेन इन्फार्मेशन सिस्टम (सिमरन) शुरू करना।
• अगले हाल्ट स्टेशन और आगमन के संभावित समय की सूचना उपलब्ध कराने के लिए ऑन बोर्ड पैसेंजर डिस्पले प्रणाली शुरू करना।
• महत्वपूर्ण स्टेशनों पर 321 एस्केलेटर लगाना, जिनमें से 2012-13 में 50 एस्केलेटर शुरू किए जाएंगे।
• किफायती दरों पर क्षेत्रीय भोजन की शुरूआत और एसएमएस या ई-मेल के माध्यम से भोजन के अधिक विकल्प मुहैया कराने के लिए बुक-ए-मील योजना शुरू करना।
• सिक्का/करंसी चालित टिकट वैंडिंग मशीनों को शुरू करना।
• राजधानी, शताब्दी और दुरांतो गाड़ियों में ऑन बोर्ड रेल बंधु मैगजीन शुरू करना।
• महत्वपूर्ण स्टेशनों पर एसी एक्जीक्यूटिव लाऊंज की स्थापना।
• ऋषिबंकिम चन्द्र चट्टोपाध्याय की 175वीं जयंती के उपलक्ष्य में उनके जन्म स्थल नैहाटी में नया कोचिंग टर्मिनल।
• उत्तरी बंगाल के सुन्दर वनों से होकर गुजरने वाली ग्रीन ट्रेन चलाने का प्रस्ताव।
• दूर-दराज क्षेत्रों में स्थित 200 रेलवे स्टेशनों की हरित ऊर्जा स्टेशनों के रूप में स्थापना, जो पूर्णरूप से सौर ऊर्जा पर निर्भर होंगे।
• 1000 चौकीदार वाले समपार फाटकों पर सौर प्रणाली आधारित प्रकाश व्यवस्था।
• 2500 सवारी डिब्बों में बॉयो-टॉयलेट बनाना।
• आंध्र प्रदेश, कर्नाटक, केरल, तमिलनाडु और पश्चिम बंगाल में 72 मेगावाट क्षमता वाले विंड मिल प्लांटों की स्थापना।
• रायबरेली सवारी डिब्बा कारखाने के दूसरे चरण की शुरूआत 2012-13 में।
• ओडिशा के गंजम जिले में सीतापली में एक माल डिब्बा कारखाना स्थापित करना।
• पालघाट में केरल सरकार के सहयोग से एक रेल सवारी डिब्बा कारखाना स्थापित करना। इसी तरह गुजरात सरकार के सहयोग से कच्छ क्षेत्र में और कर्नाटक सरकार के सहयोग से कोलार में सवारी डिब्बों के लिए दो अतिरिक्त नई निर्माण इकाइयों की स्थापना।
• पश्चिम बंगाल के श्याम नगर में उच्च शक्तिवाले विद्युत इंजनों में प्रयोग के लिए अगली पीढ़ी की प्रौद्योगिकी वाले प्रोपल्शन सिस्टम के निर्माण के लिए फैक्ट्री की स्थापना।
• काकोडकर समितिकी सिफारिशों के अनुसरण में एक सांविधिक नियामक निकाय के रूप में रेलवे संरक्षा प्राधिकरण की स्थापना।
• आधुनिकीकरण के कार्यक्रमों को कार्यान्वित करने के लिए सैम पित्रोदा समितिद्वारा अनुशंसित मिशनों की स्थापना करना।
• समपारों की समाप्ति के लिए रेल रोड ग्रेड सैपरेशन कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया की स्थापना।
• आपदा प्रबंधन के लिए कौशल विकास करने के लिए बेंगलूरु, खड़गपुर और लखनऊ में तीन संरक्षा विलेजों की स्थापना करना।
• सार्वजनिक-निजी भागीदारी से स्टेशनों के पुनर्विकास के लिए इंडिया रेलवे डेवलपमेंट कॉर्पोरेशन की स्थापित करना।
• मौजूदा रेलवे माल शैडों और मल्टी मॉडल लॉजिस्टिक्स पार्कों के विकास और प्रबंधन के लिए लॉजिस्टिक्स कॉर्पोरेशन की स्थापना करना।
• छत्रपतिशिवाजी टर्मिनल और कल्याण के बीच गलियारे के लिए पूर्ण व्यवहार्यता सर्वेक्षण करना।
• उच्च रफ्तार वाले छ: गलियारों के लिए पूर्व व्यवहार्यता अध्ययन पूरा कर लिया गया है और अब 2012-13 में दिल्ली-जयपुर-अजमेर-जोधपुर खंड के संबंध में अध्ययन किया जाएगा।
• अगरतला को बांग्लादेश के अखौरा से जोड़ने वाली परियोजना को 2012-13 में शुरू करना।
• 2012-13 में 1025 मिलियन टन के माल लदान का अनुमान, जोकि2011-12 की तुलना में 55 मिलियन टन अधिक है।
• 2012-13 में यात्रियों में 5.4 प्रतिशत वृद्धिका अनुमान।
• अनुसूचित जाति/जनजातिऔर अन्य पिछड़ा वर्ग के बैकलॉग को समाप्त करने सहित 2012-13 में एक लाख से अधिक लोगों की भर्ती करने का प्रस्ताव।
• 2011-12 में 80 हजार से अधिक लोगों की हुई भर्ती।
• रेलवे कर्मचारियों के लिए उनके कार्यस्थलों पर सम्पूर्ण स्वास्थ्य कार्यक्रम शुरू करना।
• रनिंग क्रू सहित कुशल और तकनीकी कर्मचारियों के विश्राम के लिए पर्याप्त सुविधा सुनिश्चित करना।
• रेल खेल रत्न पुरस्कार की शुरूआत, जो प्रतिवर्ष 10 खिलाड़ियों को दिया जाएगा।