उदयपुर को मिली 25 करोड़ की सौगातें
उदयपुर। गृहमंत्री गुलाबचंद कटारिया एवं नगरीय विकास मंत्री श्रीचन्द कृपलानी ने गुरुवार को मादड़ी अंडरपास के लोकार्पण, एकलिंगपुरा अंडरपास का शिलान्यास एवं प्रतापनगर-बलीचा बाइपास चौड़ा करने के कार्य का शुभारंभ करते हुए शहर को 25 करोड़ के विकास कार्यों की सौगात दी।
समारोह को संबोधित करते हुए गृहमंत्री ने कहा कि शहर के विकास के लिए धन की कोई कमी नहीं है। राज्य एवं केन्द्र सरकार की विभिन्न योजनाओं के माध्यम से शहर के विकास के लिए लगभग 5 हजार करोड़ की बड़ी धनराशि प्राप्त हुई है। शहरवासियों का कर्तव्य है कि वे स्मार्ट सिटी के अनुरूप अपना आचरण कर पर्यटन नगरी को विश्व मानचित्र पर पहले पायदान पर रखने में अपना योगदान दें।
मेवाड़ में विकास की गंगा : श्री कटारिया ने कहा कि मेवाड़ क्षेत्र में सड़क एवं रेल से जुड़े विकास कार्यों के लिए केन्द्र सरकार से काफी पैसा प्राप्त हुआ है। जिसमें उदयपुर-अहमदाबाद ब्राडगेज, मावली-मारवाड़ जंक्शन ब्राडगेज, उदयपुर स्टेशन का आधुनिकीकरण, ईएसआई हॉस्पीटल का निर्माण, नई मण्डी का निर्माण एवं स्मार्ट व अमृत सिटी योजना जैसे कार्य शामिल है। समारोह को संबोधित करते हुए नगरीय विकास मंत्री श्रीचन्द कृपलानी ने कहा कि मादड़ी अंडरपास बनने से क्षेत्र के लोगों को ट्राफिक की समस्या से निजात मिली है। आए दिन होने वाली दुर्घटनाओं से भी मुक्ति मिलेगी।
छोटें शहर भी बनेंगे स्मार्ट : उन्होंने कहा कि देश के 50 स्मार्ट सिटी में उदयपुर का चयन किया जाना गौरव की बात है। इसी के साथ प्रदेश की 151 नगर पालिकाओं में शहरी गौरवपथ निर्माण हेतु ढाई-ढाई करोड़ का प्रावधान कर छोटे शहरों को भी खुबसूरत बनाने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम उठाया गया है। 6 लाख से अधिक एलईडी लाइट्स लगाकर लगभग 144 करोड़ की बिजली की बचत की गई है। अन्नपूर्णा रसोई के माध्यम से शहरी गरीबों को बहुत कम लागत में भोजन व नाश्ते की योजना जल्द ही सभी शहरों में प्रारंभ कर दी जाएगी।
हर जरूरतमंद को मिलेगी छत : प्रधानमंत्री जन आवास एवं मुख्यमंत्री जन आवास योजना को सम्मिलित कर किसी भी गरीब को स्वयं को छत से वंचित नहीं रहने दिया जाएगा। इसके तहत साढे़ 10 लाख मकान बनाए जाना प्रस्तावित है।
यह मिली सौगातें : यूआईटी अध्यक्ष रवीन्द्र श्रीमाली ने बताया कि मादड़ी अंडरपास के निर्माण पर 5.04 करोड़ की लागत आई है। एकलिंगपुरा चौराहे पर बनने वाले अंडरपास पर 6.46 करोड़ रुपये व्यय होंगे तथा प्रतापनगर से बलीचा तक साढे 11 किमी लम्बाई के बाइपास को 15 फीट चौड़ा किया जाना है जिस पर 13.62 करोड़ की लागत आएगी।