नेशनल कूडो प्रतियोगिता
उदयपुर। देश की प्रतिष्ठित मार्शल आर्ट चेम्पियनशिप अक्षयकुमार नेशनल कूडो टुर्नामेन्ट-2017 में भाग लेने के लिये आज राज्य की 118 सदस्यीय कूडो टीम 21 स्वर्ण सहित 59 पदकों पर कब्जा कर देश में राजस्थान का कूडो में वर्चस्व स्थापित किया।
उत्तर भारत के कूडो के निदेशक एवं राजस्थान कूडो के अध्यक्ष व 6 डिग्री ब्लैकबेल्ट रेन्शी राजकुमार मेनारिया ने बताया कि विभिन्न भार वर्गों में महिला-पुरूष केटेगरी में राजस्थान से 118 खिलाड़ियों ने भाग लिया और प्रत्येक दो में से एक खिलाड़ी ने पदक जीत कर इस खेल में राजस्थान के बढ़ते वर्चस्व का परिचय दिया।
मुख्य अतिथि वरिष्ठ पत्रकार सुधीर चौधरी, विशिष्टे अतिथि बॉलीवुड़ स्टार केटरीना कैफ थीं जबकि अध्यक्षता फिल्म कलाकार अक्षय कुमार ने अध्यक्षता की। राजस्थान टीम ने अपने केप्टन विपाश मेनारिया के नेतृत्व में 21 स्वर्ण, 20 रजत एवं 18 कांस्य पदक जीत कर राजस्थान का राष्ट्रीय स्तर पर परचम फहराया।
कार्यक्रम में दक्षिण भारत की मार्शल आर्ट कल्लरी पायत एवं कूडो का राजस्थान टीम ने शानदार प्रदर्शन किया। इस अवसर पर कूडो इण्डिया टीम के लिये विशिष्ठ अवार्ड की घोषणा की गई। अक्षय कुमार ने देश के 10 टॉप कूडो खिलाड़ियों को अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर 1 माह के निःशुल्क प्रशिक्षण हेतु फिलिपिन्स भेजने की घोषणा की। खिलड़ियों का चयन राष्ट्रीय चयन परिषद करेगी।
मेनारिया ने बताया कि इन 59 पदकों में राजस्थान के 5 जिलों का विशेष योगदान रहा। जिसमें उदयपुर ने 7 स्वर्ण,5 रजत एंव 7 कास्यं कुल 19 पदक जीत कर टीम में प्रथम स्थान पर रहा। बीकानेर ने 4 स्वर्ण,5 रजत एवं 1 कास्यं, बाडमेर ने 1 रजत एवं 1 कास्यं,अलवर-भिवाड़ी ने 5 स्वर्ण, 5 रजत एवं 3 कास्यं,जोधपुर ने 5 स्वर्ण, 4 रजत एवं 3 कास्यं सहित कुल 12 पदक जीत कर राजस्थान की टीम में तीसरे स्थान पर रहा। उदयपुर से कुल 19 पदकों में से 10 पर बेटियों एवं 9 पर बेटों ने कब्जा जमाया।
स्वर्ण पदक विजेता खिलाड़ी- उदयपुर की ओर से स्वर्ण पदक जीतने वालों में 4 बालिकाएं एवं 3 लड़के रहे। जिसमें शुभबाला राधास्वामी,जगपालसिंह राठौड़, पियुल मेनारिया, प्रतिभा राठौड़, विपाश मेनारिया, भावना साहू एवं आर्यनसिंह राणावत थे।
रजत पदक विजेता- रजत पदक विजेता में 3 लड़कियां एवं 2 लड़के रहे जिनमें हर्षिता सालवी, कार्तिकेय गुर्जर, राजनन्दिनी मेनारिया, अर्हम जैन एवं लक्षिता पंवार रही।
कांस्य पदक विजेता- कांस्य पदक विजेता में 3 लड़कियां एवं 4 लड़के रहे जिनमें कनिष्का मेहता, भूपेन्द्र बन्धु, रितिका शर्मा, मास्टर तुक्षित तालानी, खुशबू डंागी, भरत सुथार एवं मनेाहर बडेरा रहे।