नारीत्व संस्थान द्वारा कैंसर जागरूकता को लेकर मेराथन
उदयपुर। रविवार की सुबह गुलाबी ठण्ड में 17 वर्ष की बालिका से लेकर 60 वर्ष से अधिक की महिलायें गुलाबी टी-शर्ट और गुलाबी रंग की कैप पहने 600 से अधिक बालिका से लेकर महिलायें जब सड़कों पर दौड़ी को दृश्य नयनाभिराम दिखाई दिया।
आयोजन था नारीत्व संस्थान द्वारा कैंसर के प्रति महिलाओं को जागरूक करने हेतु 4 किमी. की रन फॉर नारीत्व नामक मेराथन दौड़ का। कैंसर से हौंसले की उड़ान नामक मेराथन में सामान्य महिलाओं से लेकर 69 वर्ष की कैंसर सर्वाईवर महिला भी दौड़ी और पुरूस्कार जीता। विजेताओं को नगद पुरूस्कार के साथ स्मृतिचिन्ह तथा सभी प्रतिभागियों को प्रशस्ति पत्र प्रदान किये गये।
संस्थान की निदेशिका श्रीमती ज्योति चौहान ने बताया कि इस मेराथन दौड़ के मार्ग में प्रतिभागियों के लिये जल एवं सोफ्ट ड्रिंक की व्यवस्था की गई थी। फतहसागर पाल के झरना स्थल से प्रारम्भ हुई यह मेराथन दौड़ सहेलियों की बाड़ी, देवाली होती हुई नीमजमाता फतहसागर पाल पर सम्पन्न हुई। दौड़ को पीएमसीएच की श्रीमती प्रीति अग्रवाल, डॉ. ज्योति जोशी, उपवन वन्य जीव विभाग की वी.एस.हरिनी, एम.बी.हॉस्पिटल के कैंसर रोग विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ. नरेन्द्रसिंह राठौड़ ने रवाना किया।
झरना स्थल पर आयोजित समापन समारोह को संबोधित करते हुए राज्य की ख्यातिप्राप्त सूत्रधार एवं कैंसर सर्वाईवर डॉ. ज्योति जोशी ने बताया कि जीवन में किसी भी हालत में किसी बीमारी को लेकर हार नहीं माननी चाहिये चाहे वो बीमारी कैंसर ही क्यों न हो। कैंसर पर मजबूत मन एवं आत्मा के दृढ़ निश्चय से विजय पायी जा सकती है।
इस अवसर पर डॉ. नरेद्रसिंह राठौड़ ने बताया कि कैंसर को सिर्फ जागरूकता से ही रोका जा सकता है। 20 वर्ष बाद महिला को ब्रेस्ट सेल्फ एक्ज़ामिन कर इस बीमारी से बच सकती है। महिलायें अपना वजन नहीं बढ़ने दें और प्रतिदिन एक्टिव रहे। इस प्रकार की महिलाओं में स्तन कैंसर या अन्य प्रकार का कैंसर होने की संभावना कम रहती है। कैंसर होने पर निराश नहीं होना चाहिये निराशा किसी भी बीमारी पर हावी होकर रोगी को मात दे देती है।
समारोह को कैंसर सर्वाईवर महिला प्रेमलता चौधरी ने बताया कि करीब 8 वर्ष पूर्व कैंसर हुआ था और उस पर विजय पा कर सामान्य जीवन व्यतीत कर रही हूं। इसी प्रकार निर्मला जोशी ने भी कहा कि डर के आगे जीत है और इसी ध्येय को आगे रख कर चलना चाहिये।
ज्योति चौहान ने बताया कि शीघ्र ही संस्थान द्वारा एम.बी.हॉस्पिटल में कैसर रोगियों के लिये अनेक सुविधायें उपलब्ध करायी जाएगी। उन्होंने आमजन का आव्हान किया कि वे अपने घर में रखी अनुपयोगी वस्तुओं को इस संस्थान में ला कर देवंे ताकि वे वस्तुएं कैसर रोगियों को दी जा सके। उन्होेंने बताया कैसर रोगियों के लिये संस्थान द्वारा खून की विभिन्न प्रकार की जांचे निःशुल्क उपलब्ध करवायी जाएगी।
मेराथन में तीन आयु वर्गो में युवतियां एवं महिलाएं दौड़ी। 17 से 34 आयु वर्ग में ललिता व्यास प्रथम, ललिता कटारा द्वितीय एवं मंजुला तृतीय को संस्थान एवं गणपति प्लाजा की ओर से नगद पुरूस्कार व स्मृतिचिन्ह प्रदान किया गया। 35 से 49 वर्ष की द्वितीय श्रेणी में अंजली प्रथम,श्रीमती योगेन्द्र मेहता द्वितीय एवं ललिता परमार तृतीय रही। तथा 50 वर्ष व अधिक आयु की तीसरी श्रेणी में श्रीमती डॉ. कमल मेहरा प्रथम, न्यूरोलोजिस्ट डॉ. रेणु खमेसरा द्वितीय एवं संतोष परमार तृतीय रही। जिन्हें संस्थान की ओर से सम्मानित किया गया। समारेाह को डॉ. रेणु खमेसरा ने संबोधित कर अपने साथ घटी घटनाओं का जिक्र करते हुए बालिकाओं की हौंसला अफजाई की। संचालन उपासना श्रीमाली ने किया। मंच पर सुकून बैण्ड के कलाकारों के साथ मनीष अडवाल ने गीतों की प्रसतुति दे कर सभी का हौंसला बढ़ाया। विलास जानवे सहित अनेक गणमान्य नागरिक मौजूद थे।