उदयपुर। पद्मभूषण 80 वर्षीय कुमुदिनी लाखिया द्वारा स्थापित नृत्य शिक्षण संस्थान कदम्ब द्वारा उदयपुर टेल्स की ओर से अम्बामाता स्थित होटल ट्रिब्यूट में कत्थक नृत्य की विभिन्न विधाओं का आयोजन किया गया। जिसमें संजुक्ता सिन्हा ने एकल एवं ग्रुप में कत्थक की प्रस्तुति देकर सभी को अपने नृत्य से मोहित कर दिया।
समारोह में कत्थक के नृत्य की विभिन्न विधाओं उपज, अभिनय तथा आकार का प्रदर्शन किया गया। जिसमें कलाकार ने पारम्परिक कत्थक के एक महत्वपूर्ण अंग
तत्कार द्वारा पदन्यास का प्रदर्शन किया गया। इसके बाद टुकड़ों एवं परन् का भी प्रदर्शन किया। इसमें नृत्यागनाओं ने तबले के बोल के अनुसार तालबद्ध नृत्य संरचनाओं का मनोहरी प्रदर्शन हुआ।
उदयपुर टेल्स के सलील भण्डारी एवं सुश्मिता सिंह ने बताया कि इसके बाद कलाकारों ने अभिनय नामक कत्थक का नृत्य प्रस्तुत किया। जिसमें पारम्परिक कथा गायन से जुड़े कत्थक के पहलू में कलाकारों ने गीत के बोल व संगीत की मधुरता को अपने सशक्त भावों का अभिनय से अभिव्यक्त किया तो दर्शक देखते ही रह गये। इस नृत्य की संरचना के निर्देशक संजुक्ता सिन्हा थी।
कार्यकम की अंतिम प्रस्तुति के रूप में आकार नामक नृत्य संरचना का प्रदर्शन किया गया। यह भारतीय शास्त्रीय नत्यों की एक शैली है। जिसमें कलाकार ने उच्च स्तर की जकनीक और प्रतिभा कौशल की आवश्यकता होती है। इस कला को कलाकारों ने बखूबी अपने चेहरे के हाव-भावों से दर्शाया तो दर्शक देखते ही रह गये। आकार की प्रस्तुति में कलाकार ने कत्थक नृत्य के बुनियादी स्वरूप से ले कर क्लिष्ठतम ताल, लय और दैहिक भंगिमाओं का बहुत ही खूबसूरत तरीके से प्रदर्शन किया तो दर्शकों ने तालियों से इसका पूरा समर्थन किया।
अहमदाबाद में इसकी स्थापना के बाद कुमुदिनी ने न केवल अपना पूरा जीवन इसमें लगा दिया वरन् नई पीढ़ी में इसके पति जिज्ञासा और जागरूकता स्थापित करने के लिये स्वयं को पूर्ण समर्पित किया। उल्ल्खेनीय है कि संजुक्तासिंह को हाल ही में 27 नवमबर को गोवाहटी में उस्ताद बिस्मिला खंा युवा अवार्ड से सम्मानित किया गया है।