राजस्थान डिजिफेस्ट उदयपुर-2017 का समापन समारोह
उदयपुर। मुख्यमंत्री वसुन्धरा राजे ने कहा कि देश एवं प्रदेश में डिजिटल क्रांति का जो नया दौर चल रहा है, युवा उसके सूत्रधार हैं। उन्होंने युवा शक्ति का आह्वान किया कि अन्तिम छोर पर जीवनयापन कर रहे लोगों तक सेवाओं की बेहतर डिलीवरी के लिए तकनीक एवं नवाचार आधारित समाधान सुझाने के लिए आगे आएं और राजस्थान की विकास यात्रा में प्रदेश के युवा सक्रिय भागीदार बनें।
श्रीमती राजे रविवार को उदयपुर के मोहन लाल सुखाड़िया विष्वविद्यालय सभागार में राजस्थान डिजिफेस्ट उदयपुर-2017 के समापन समारोह को सम्बोधित कर रही थीं। उन्होंने इस अवसर पर उदयपुर के अभय कमाण्ड सेन्टर, मल्टीपरपज इन्डोर हॉल सहित उदयपुर शहर एवं ग्रामीण क्षेत्रों के लिए कई विकास कार्याें एवं परियोजनाओं का लोकार्पण, उद्घाटन एवं षिलान्यास किया।
देश का 20 प्रतिशत प्रत्यक्ष लाभ हस्तान्तरण राजस्थान में : मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेष की भामाषाह योजना देष में प्रत्यक्ष लाभ हस्तान्तरण (डीबीटी) का सबसे व्यापक और सफल प्लेटफार्म है, जिससे 1.5 करोड़ परिवारों के माध्यम से 5.5 करोड़ लोग जुड़े हुए हैं। भामाषाह प्लेटफार्म पर अब तक 11,500 करोड़ रुपए के लाभ लाभार्थियों को दिए जा चुके हैं, जो पूरे देष में कुल डीबीटी का 20 प्रतिषत है। उन्होंने कहा कि अविभाजित आन्ध्र प्रदेष को 20,000 राषन दुकानों को ई-पीडीएस प्लेटफार्म पर लाने में 6 साल लग गए थे, जबकि हम 2 साल में ही 25,000 राषन दुकानों को ई-पीडीएस पर ले आए।
ई-मित्र प्लस सेवा की शुरूआत : श्रीमती राजे ने लोगों को और बेहतर सुविधाएं उपलब्ध कराने के मकसद से ई-मित्र प्लस सेवा लॉन्च करते हुए कहा कि हमारी सरकार ने प्रदेष में ई-मित्र केन्द्रों की शुरूआत कर नागरिक सेवाओं की डिलीवरी का कायापलट करके दिखाया है। अब पूरे देष में इस मॉडल को अलग-अलग ढंग से लागू किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि वर्ष 2008 में तीन हजार ई-मित्र केन्द्रों के माध्यम से तीस सेवाएं प्रदान की जा रही थी। पांच साल बाद वर्ष 2013 में जब फिर से हमारी सरकार बनी तब भी इतनी ही सेवाएं इतने ही ई-मित्र केन्द्रों के माध्यम से दी जा रही थीं। हम अपने वर्तमान कार्यकाल में तीस से बढ़ाकर 300 सेवाओं को ई-मित्र प्लेटफार्म पर लेकर आए जो पूरे देष में सर्वाधिक हैं। ई-मित्र केन्द्रों की संख्या 3000 से बढ़कर अब 45,000 हो गई है। आज पूरे देष के एक चौथाई नागरिक सेवा केन्द्र राजस्थान में हैं।
आई-स्टार्ट इनक्यूबेटर जयपुर का शुभारम्भ, उदयपुर को भी सौगात : श्रीमती राजे ने इस अवसर पर जयपुर में स्थापित किए गए ‘आई-स्टार्ट नेस्ट’ इनक्यूबेटर का शुभारम्भ किया। जयपुर में शुरू किया गया यह इनक्यूबेटर प्रदेष के नए युवा उद्यमियों को दुनियाभर की वैन्चर कैपिटल संस्थाओं से जुड़ने का अवसर प्रदान करेगा। उन्होंने कहा कि प्रतिभाषाली युवाओं को प्रोत्साहित करने के लिए डिजिफेस्ट कोटा में हमने आई-स्टार्ट प्लेटफॉर्म का शुभारम्भ किया था। मुख्यमंत्री ने कहा कि उदयपुर में भी स्टार्ट अप इनक्यूबेटर शुरू किया जाएगा।
अब टीवी पर मिलेंगी नागरिक सेवाएं : मुख्यमंत्री ने टाटा ट्रस्ट एवं अमेरिका की प्रोडिया टैक्नोलॉजी के सहयोग से प्रदेष में टेलिविजन पर नागरिक सेवाएं प्रदान करने के लिए ध्रुव सेट टॉप बाक्स लॉन्च किए। प्रोडिया टैक्नोलॉजी की अनुषय अंसारी ने इस प्रोजेक्ट के बारे में जानकारी दी।
क्यूरेट कार्ड्स का वितरण : श्रीमती राजे ने क्यूरेट रेटिंग सिस्टम में सिल्वर रैंकिंग प्राप्त करने वाले राजस्थान के स्टार्टअप्स टीम बोधि, टीम सृजना एवं टीम ड्रीम वॉलेट को क्यूरेट कार्ड्स प्रदान किए। मुख्यमंत्री ने कोटा में डिजिफेस्ट के दौरान स्टार्टअप्स के लिए क्यूरेट रैंकिंग एवं रेटिंग सिस्टम की घोषणा की थी। इसमें चयनित स्टार्टअप्स को आईटी विभाग की ओर से सुविधाएं प्रदान की जाएंगी।
राज वाई-फाई की लॉन्चिंग : मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर आमजन को फ्री वाई-फाई सुविधा प्रदान करने के उद्देष्य से राज वाई-फाई भी लॉन्च किया। उदयपुर के गिरवा, बड़गांव एवं आरएनटी हॉस्पिटल से शुरूआत कर इस सुविधा का विस्तार प्रदेष के 10,000 ग्रामीण एवं 5000 नगरीय क्षेत्रों तक किया जाएगा। उन्होंने इस अवसर पर कहा कि हमारी सरकार ने नवीनतम डिजिटल टेक्नोलॉजी को अपना कर आमजन तक सुषासन के लाभ पहुंचाने का पूरा प्रयास किया है। उन्होंने कहा कि राजस्थान देष का इकलौता ऐसा राज्य है, जहां सभी ग्राम पंचायतें राजनेट के माध्यम से हाई-स्पीड इन्टरनेट से जुड़ी हुई है।
श्रीमती राजे ने कहा कि बिग डेटा एनालिटिक सिस्टम्स और फ्रॉड डिटेक्षन फ्रेमवर्क को अपनाने वाला राजस्थान देष का इकलौता राज्य है। इसी प्रकार राजस्थान ब्लॉकचेन टैक्नोलॉजी फ्रेमवर्क में निवेष करने वाला देष का पहला राज्य है।
हिन्दी में ई-मेल आईडी सुविधा देने वाला पहला राज्य बना राजस्थान : राजे ने प्रदेषवासियों को हिन्दी में फ्री ई-मेल आईडी की सुविधा प्रदान करने के लिए राज मेल लॉन्च किया। राजस्थान भारतीय भाषा में इस तरह की आमजन को सुविधा प्रदान करने वाला देष का पहला राज्य बन गया है। हिन्दी में ई-मेल आईडी राजस्थान.भारत डोमेन पर बनाए जा सकेंगे।
ज्ञान-दर्पण का शुभारम्भ : मुख्यमंत्री ने राजस्थान डिजिफेस्ट उदयपुर-2017 में ज्ञान-दर्पण कार्यक्रम का शुभारम्भ भी किया। उन्होंने जनजाति क्षेत्रीय विकास विभाग के जनजाति छात्रावासों के अधीक्षकों एवं छात्र-छात्राओं में ई-लर्निंग को बढ़ावा देने के लिए ज्ञान-दर्पण डिवाइस का वितरण किया।
विकास परियोजनाओं एवं सड़कों का शिलान्यास : राजे ने इस अवसर पर उदयपुर जिले के लिए चार विकास परियोजनाओं का शिलान्यास किया। उन्होंने उदयपुर ग्रामीण विधानसभा क्षेत्र के सविना खेड़ा में 18 करोड़ 68 लाख रुपए की लागत से बनने वाले 576 ईडब्ल्यूएस एवं एमआईजी आवासों तथा अमृत योजना के तहत उदयपुर में गोवर्धन सागर झील के समीप करीब 3 करोड़ रुपए की लागत के सिटी गार्डन का शिलान्यास किया।
श्रीमती राजे ने 6 करोड़ 26 लाख रुपए की लागत से बनने वाली उदयपुर एकलिंगपुरा बाघदड़ा सड़क के निर्माण कार्य एवं इतनी ही लागत से बनने वाली टीड़ी से जावर माइन्स सड़क का षिलान्यास भी किया। इन दोनों सड़कों से झामर कोटड़ा खनिज क्षेत्र एवं जावर माइन्स क्षेत्र में विकास को गति मिलेगी।
मल्टीपरपज इन्डोर हॉल का लोकार्पण : मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर एमबी कॉलेज ग्राउण्ड पर 7 करोड़ 23 लाख रुपए की लागत से बने अटल बिहारी वाजपेयी मल्टीपरपज इन्डोर हॉल, 1 करोड़ 22 लाख रुपए की लागत से निर्मित उदयपुर स्मार्ट सिटी लि. के कार्यालय भवन एवं मेवाड़ मोटर्स से शक्ति नगर सड़क, नाली, बाउन्ड्री वॉल निर्माण एवं इस सड़क निर्माण के लिए भूमि अर्जित करने के करीब 10 करोड़ रुपए के कार्य का उद्घाटन किया।
ई-हैल्थ रिकॉर्ड्स सेवा की लॉन्चिग : श्रीमती राजे ने इस अवसर पर तीन मरीजों जरीना बेगम, ममता एवं सुरैया बानो को ई-हैल्थ कार्ड वितरित कर ई-हैल्थ रिकॉर्ड्स सेवा की लॉन्चिग की। ई-हैल्थ कार्ड से मरीजों का ऑनलाइन विवरण रखा जा सकेगा, जिससे डॉक्टरों को मरीजों के बारे में विस्तृत जानकारी प्राप्त कर उनके बेहतर इलाज में मदद मिल सकेगी।
अभय कमाण्ड सेन्टर का शुभारम्भ : मुख्यमंत्री ने रविवार को डिजिफेस्ट कार्यक्रम स्थल से ही उदयपुर के अभय कमाण्ड सेन्टर का शुभारम्भ किया। जयपुर, कोटा एवं अजमेर के बाद यह चौथा ऐसा सेन्टर है। इस सेन्टर के माध्यम से उदयपुर शहर में कैमरों से नजर रखी जा सकेगी जिससे दुर्घटना एवं अपराध नियन्त्रण में मदद मिलेगी।
हैकेथॉन विजेताओं को पुरस्कार : मुख्यमंत्री ने हैकेथॉन प्रतियोगिता के विजेताओं को अवार्ड प्रदान किए। पटना की टीम भाईटेक (उत्कर्ष कुमार एवं वंष अरोरा) को राजस्थान हैकेथॉन की विजेता, उदयपुर की टीम बॉट लैब्स (विवेक गांधी, भव्या दवे, यष कोठारी, रित्विक जोषी एवं वंष सोनी) को प्रथम उपविजेता, मुम्बई की टीम वीआर गाइज (षिवम साईं गुप्ता एवं अंचित जैन) को द्वितीय उपविजेता का पुरस्कार मिला। इस प्रतियोगिता में 1800 प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया था।
मुख्यमंत्री सलाहकार परिषद के सदस्य श्री मोहन दास पई, सूचना प्रौद्योगिकी एवं संचार विभाग के प्रमुख शासन सचिव श्री अखिल अरोरा ने भी समारोह को सम्बोधित किया। इस अवसर पर गृह मंत्री श्री गुलाब चन्द कटारिया, पंचायती राज राज्य मंत्री श्री धनसिंह रावत, विधायकगण सहित जन प्रतिनिधि, अधिकारी, देष-विदेष से आए उद्यमी, नवोदित उद्यमी एवं छात्र-छात्राएं उपस्थित थे।