प्रधानाचार्य सम्मान समारोह का आयोजन
उदयपुर। पेसिफिक विश्वविद्यालय एवं द स्टडी के तत्वाधान में सोमवार को सुखाडिया विश्वविद्यालय सभागार में उच्च कक्षाओं के स्कूल विद्यार्थियों के लिए करिअर काउंसलिंग का आयोजन किया जायेगा।
पेसिफिक यूनिवरसिर्टी सभागार में प्रेस कॉन्फ्रेन्स को डॉ. इन्द्रजीत सिंघवी, डीन फार्मेसी कॉलेज, पेसिफिक यूनिवरसिटी, प्रो. पीयूष जावेरिया, निदेशक, फेकल्टी ऑफ इंजीनियरिग, पेसिफिक यूनिवरसिटी एवं डीके गुप्ता, प्रधानाचार्य द स्टडी ने सम्बोधित किया।
उन्होंसने बताया कि विषय विषेशज्ञों द्वारा निजी एवं सरकारी विद्यालयों के छात्रों को उच्च शिक्षा में उनके भविष्य की संभावनों के बारे में विस्तार से बताया जाएगा। 11वीं और 12वीं कक्षा में पढ रहे विद्यार्थी अपने अपने विषयों में अध्ययन के बाद अब आगे कहां किस विषय में अपना करिअर बनाए। इस बात पर विद्यार्थियों की रुचि के हिसाब से गहनता से विचार विमर्श किया जाएगा। पेसिफिक विश्वविद्यालय और द स्टडी स्कूल के संयुक्त तत्वाधान में हो रहे इस कार्यक्रम में शहर के विभिन्न स्कूलों के विद्यार्थी भाग लेंगे। कैरिअर गाइडंस कार्यक्रम में विषय विशेषज्ञ विद्यार्थियों को इंजिनियरिंग, फार्मेसी, काॅमर्स, माॅस कम्यूनिकेशन, मैनेजमेंट, एग्रीकल्चर, डेंटल, लाॅ, होटल मैनेजमेंट, डेयरी आदि विषयों में उपलब्ध अपार संभावनओं के साथ-साथ किस प्रकार से अपने आप को स्किलफुल बनाया जाए, इस के बारे में विस्तार से विचार विमर्श करेंगे। नए शैक्षणिक स्तर पर आ रहे विद्यार्थियों को विख्यात मोटिवेशनल स्पीकर शिक्षा के बढतें प्रतिस्पर्धातम्क दौर में अपने आप को किस प्रकार से तनाव मुक्त रखकर तैयारी की जाए और बोर्ड एग्जामस में किस प्रकार बेहतरीन स्कोर हासिल किया जाए, इस बारे में प्रेरित करेंगे।
डॉ. शीतल आहूजा, शैक्षणिक उद्यमी, इंटरनेशनल स्पीकर ने प्रोत्साहन पर एवं डॉ धीरज मल्होत्रा, नेशनल अवार्डडेड, लिम्का बुक रिकार्ड होल्डर कैरियर पर संदेश देगें। साथ ही पेसिफिक यूनिवरसिर्टी, उदयपुर की मोबाइल एप का शुभारंभ भी किया जायेगा।
करिअर काउंसलिंग सेमिनार के साथ-साथ पेसिफिक विश्वविद्यालय शिक्षा में नवाचार को बढावा देने वाले 50 स्कूलों के प्रधानाचार्यों को भी सम्मानित करेगा, जिन्होंने गत वर्षों में अपने गुणवत्तापूर्ण निर्देशन से शिक्षा के क्षेत्र में विद्यार्थियों को नई तकनीकों से रुबरु कराया है। ताकि विद्यालयी स्तर पर ही विद्यार्थी नई नई तकनीकों से परिचित हो सके, और विश्वविद्यालय जीवन में आकर स्वयं नवाचार के लिए प्रेरित हो।