उमरड़ा स्थित एस. एस. कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग में पहुंचे आईबीएम उपाध्यिक्ष डॉ. सी. एच. मूर्ति
उदयपुर। आई.बी.एम के कम्प्यूटर व आई.टी. विभाग से संबंधित डॉ. सी. एच. मुर्ति ने अपने अभिभाषण में ज्ञान की व्याख्या करते हुए कहा कि ज्ञान का तब तक कोई महत्व नही हैं जब तक कि उसे बाँटा न जाये। उन्होने छात्रों को IBM के मेंटर मेंटी प्रोग्राम, वॉटसन प्रोग्राम, वॉईस वेब तथा स्पीच रिकगनाईजेशन के बारे में जानकारी दी। वे यहां बुधवार को उमरड़ा स्थित एस. एस. कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग में आयोजित संगोष्ठी को संबोधित कर रहे थे।
डॉ. मूर्ति ने छात्रों को प्रो-एक्टिव रहने को, कार्य को प्राथमिकता देने को तथा हमेशा सीखने की प्रवृति अपनाने के लिये प्रेरित किया। उन्होंमने छात्रों द्वारा विभिन्न विषयों पर पुछे गये सवालों के जवाब दिये। संगोष्ठी के बाद उन्होने प्रयोगशालाओं और कक्षाओं का अवलोकन किया तथा कॉलेज के इन्फ्रास्ट्रचर और प्रयोगशालाओं से आश्व स्त हुए। उन्होंने कॉलेज के कई प्राध्यापकों से मुलाकात कर सुझाव भी दिये। इस अवसर पर अतिथि के रूप में गुजरात के प्रमुख शिक्षाविद् एवं साबर कॉलेज, गुजरात के प्रिंसिपल डॉ. राजीव वाघमारे भी उपस्थित थे।
संस्था के प्रबंध निदेशक अभय सिंघवी ने अतिथियों का सम्मान करते हुए कहा कि ऐसी विभुतियों से उनके अनुभवों को सुनने और विचारों को जानने से छात्रों को प्रेरणा मिलती हैं। यह संगोष्ठी नि:संदेह छात्रों के लिये लाभदायक होगी। अन्त में संस्थान के एज्यूकेटिव डॉयरेक्टर पीयूष सरूपरिया ने धन्यवाद ज्ञापित किया।