उदयपुर। श्रमण संघ आचार्य डा. शिवमुनि का तरपाल पंहुचनें पर सैकड़ों श्रावकों ने वंदन कर भव्य आगवानी की। नारों से क्षेत्र गुंजायमान कर दिया।
तरपाल में आयोजित धर्मसभा में आचार्यश्री ने कहा कि आत्मा एक है और आत्कल्याण के लिये हर मनुष्य को अपना जीवन सर्वस्व न्यौछावर कर देना चाहिये। शिवाचार्य चातुर्मास संचालन कमेटी के महेन्द्र तलेसरा ने बताया कि आज प्रातः आचार्यश्री सेमटाल से विहार कर तरपाल पंहुचे जंहा बीच मार्ग में सैकड़ांे श्रावकों ने उनका वंदन कर भव्य अगवानी की। उदयपुर से संजय भण्डारी,प्रवीण पोरवाल,कमल पोखरना,सूरत महासंघ के अध्यक्ष रोशनलाल ओरड़िया,लता भण्डारी भी आचार्यश्री के साथ सेमटाल से तरपाल पंहुचे। चातुर्मास संयोजक वीरेन्द्र डांगी ने बताया कि उदयपुर से गये अनेक श्रावकों ने अरणयवास में बिराजे युवाचार्य महेन्द्र ऋषि म.सा. के दर्शन कर कर उदयपुर में आयोजित होने वाले आगामी चातुर्मास के बारें में विस्तृत चर्चा की। युवाचार्यश्री गुरूवार को अरण्यवास से सिंघाड़ा पंहुचेंगे।
12 को होगा आचार्यश्री एंव युवाचार्यश्री का आत्मीय मिलन- डांगी ने बताया कि 12 मई को आचार्यश्री डा. शिवमुनि एवं युवाचार्य महेन्द्र ऋषि का सायरा में आत्मीय मिलन होगा जिसमें हजारों श्रावक-श्राविकाएं मौजूद रहेंगे। इस नयनाभिराम दृश्य को अपनी स्मृति में संजोये रखने के लिये उदयपुर से श्रीसंघ एवं चातुर्मास कमेटी द्वारा बसें सायरा ले जाने के लिये व्यवस्था की है।