दूधियागणेश जी से शहर में प्रवेश 29 जून को
उदयपुर। आचार्य श्री शिवमुनि महाराज आज प्रातः 11 किमी. का पैदल विहार कर नान्देशमा से जसवन्तगढ़ पहुंचे जहां श्रावकों ने गगनभेदी नारों के साथ भव्य स्वागत किया।
प्रकाश तलेसरा ने बताया कि उदयपुर से शिवाचार्य समिति के हिम्मतसिंह कोटिफोडा के साथ तुलसी चपलोत, मुकेश चैहान, हेमन्त कोठिफोड़ा, ख्याली नवेदिया, राकेश जैन, जितेन्द नवेदिया एवं जसवन्तगढ़, नन्देशमा, गोगुन्दा, सेराप्रांत के सेंकडो युवक-युवतियां विहार में आचार्यश्री के साथ थे।
29 जून को होगा शहर प्रवेश- श्री वर्द्धमान स्थानकवासी जैन श्रावक संघ के अध्यक्ष ओंकारसिंह सिरोया की अध्यक्षता में आज कुम्हारवाड़ा स्थित स्थानक पर हुई बैठक में आचार्यश्री के चातुर्मास संबंधी व्यवस्थाओं पर विस्तृत विचारविमर्श किया गया। सिरोया ने बताया कि 29 जून को आचार्यश्री शिवमुनि,युवाचार्य महेन्द्र ऋषि आदि ठाणा-10 ससंघ का शहर प्रवेश दुधियागणेश जी स्थित स्थानक से होगा।
चातुर्मास संयोजक वीरेन्द्र डांगी ने बताया कि बैठक में श्राविका संघ व युवक परिषद के पदाधिकारियों ने भी भाग लिया। 29 जून से आचार्यश्री के शहर प्रवेश के साथ ही 21 दिन आचार्यश्री एवं ससंघ शहर के विभिन्नड स्थानों पर विहार कर 21 जुलाई को चातुर्मास हेतु माहप्रज्ञ विहार में प्रवेश करेंगे।
उन्होंने बताया कि बैठक में चातुर्मास के आयोजन संबंधी गठित विभिन्न समितियों द्वारा अब तक किये गये कार्यो की समीक्षा कर उनकी सराहना की सराहना की गई। चातुर्मास संयोजक विरेन्द्र डंागी ने बताया कि आगामी 21 जुलाई को श्रमणसंघीय आचार्य शिवमुनि,युवाचार्य महेन्द्र ऋषि आदि ठाणा-10 संसघ का भुवाणा स्थित महाप्रज्ञ विहार में भव्य प्रवेश होगा।
महामंत्री हिम्मतसिंह गलुण्डिया ने बताया कि बैठक में कन्हैयालाल मेहता, निर्मल पोखरना, भूरी बाई सिंघवी, एडवोकेट रोशनलाल जैन, हिम्मत बड़ाला, बालचन्द्र गन्ना, गणेशलाल गोखरू, मानसिंह रांका, विशाल चपलोत, कोषाध्यक्ष गणेशलाल मेहता शंकरलाल डांगी, कान्तिलाल जैन, हिम्मतसिंह कोठीफोड़ा, महेन्द्र तलेसरा, धर्मेश नवलखा ने चातुर्मास को अभूतपूर्व बनाने हेतु अपने विचार एवं सुझाव व्योक्त किए।