पूर्व संध्या पर महिलाआंे ने हाथों में रचाई मेहंदी
उदयपुर। श्री वर्द्धमान स्थानकवासी जैन श्रावक संघ व आचार्य श्री शिवाचार्य चातुर्मास आयोजन समिति के संयुक्त तत्वावधान में श्रमण संघ आचार्य सम्राट डाॅ. शिवमुनि महाराज, युवाचार्य महेन्द्र ऋषि महाराज, शिरीष मुनि, शुभम मुनि आदि ठाणा-10 का 21 जुलाई को अशोकनगर स्थित नाकोड़ा ज्योतिष कार्यालय से प्रातः 7 बजे प्रस्थान कर प्रातः 9 बजे महाप्रज्ञ विहार में भव्य एवं ऐतिहासिक प्रवेश होगा। प्रवेश की पूर्व संध्या पर विभिन्न महिला संगठनों ने तारक गुरू ग्रन्थालय में मेहंदी रचाई।
श्री शिवाचार्य चातुर्मास आयोजन समिति के मुख्य संयोजक विरेन्द्र डांगी ने बताया कि श्राविका संघ की अध्यक्ष भूरि बाई सिंघवी की अगुवाई में 150 से अधिक महिलाओं ने हाथों मंे मेहंदी रचाई। महिलाओं के चेहरे पर अति प्रसन्नता झलक रही थी। इस कार्य में संघ की सचिव ज्योति सिंघवी,डाॅ. सुधा भण्डारी,रेखा जैन,सुमित्रा सिंघवी,कमला हरकावत,आशा कोठारी, पिंकी माण्डावत ने सहयोग प्रदान किया।
डांगी ने बताया कि आचार्यश्री एवं अन्य संत आयड़ पुलिया, 100 फीट रोड़ ,शुभकेसर गार्डन, शोभागपुरा होते हुए शोभायात्रा महाप्रज्ञ विहार स्थित शिवाचार्य समवशरण चातुर्मास स्थल पर पंहुच कर धर्मसभा में परिवर्तित हो जायेगी।
डांगी ने बताया कि शोभायात्रा में भाग लेने वाली महिलायें लाल चुन्दड़ एवं पुरूष धवल वस्त्र,बालिकाएं सफेद सूट एवं लाल दुपट्टा पहने हुए होगी। उन्होेंने बताया कि शोभायात्रा में करीब 5 हजार श्रावक-श्राविकाएं एवं अन्य समाजजन आचार्यश्री के साथ कदमताल करते हुए चलेंगे। शोभायात्रा में महिलायें भूरि बाई सिंघवी,ज्योति सिंघवी,पूर्व महापौर रजनी डंागी,पूर्व जिला प्रमुख मधु मेहता एवं निधि मुणोत के नेतृत्व में 1111 महिलायें कलश लिये लाल चुन्दड़ पहने हुए चलेगी।
चातुर्मास समन्वयक संजय भण्डारी ने बताया कि शोभायात्रा में शहर के विभिन्न उपनगरों मल्लातलाई, अंबामाता, राड़ाजी चैराहा, दैत्य मगरी,फतहपुरा,हिरणमगरी से.3,4,5,6,ग्लास फेक्ट्री से हजारों श्रावक-श्राविकाएं भाग लेंगे।
प्रचार-प्रसार संयोजक संयोजक निर्मल पोखरना ने बताया कि आचार्यश्री के प्रवेश कोलेकर पूरे मार्ग को दुल्हन की तरह सजाया गया है। महाप्रज्ञ विहार धर्मनगरी बन चुकी है जहां चार माह धार्मिक प्रवचन की गंगा बहेगी। प्रचार प्रसार को लेकर को हवाई अड्डे मार्ग से लेकर शहर एवं शहर के विभिन्न चैराहों तथा प्रवेश मार्ग को बैनरों एंव होर्डिग्स से पाट दिया गया है।